मुस्लिम समाज इस वर्ष पैगम्बरे इस्लाम के 1500वें यौमे पैदाइश को पूरे विश्व में धूमधाम से मना रहा है जिसके चलते राजस्थान सरकार से 5 सितम्बर को जश्ने ईद मीलादुन्नबी के पावन पर्व पर पूरे प्रदेश में ड्राय डे घोषित करने की मांग को लेकर मंगलवार को मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर उदयपुर को मुख्यमंत्री के नाम एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि ईद मीलादुन्नबी के दिन न केवल उदयपुर, बल्कि पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर धार्मिक व सामाजिक आयोजन होते हैं। जिसमें जगह-जगह पर जुलूस, महफिलें और भी विभिन्न कार्यक्रमों में समाज के सभी मर्द, औरतें, बच्चे और बुजुर्ग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य मानवता, शांति और भाईचारे का संदेश देना होता है।
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि ऐसे अवसर पर शहर व आसपास के क्षेत्रों में वातावरण अनुशासित, स्वच्छ और शांतिपूर्ण बनाए रखने की विशेष आवश्यकता रहती है। इसीलिए मांग की गई है कि सरकार इस दिन शराब की बिक्री, सेवन और वितरण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए। समाज का मानना है कि यदि सरकार पूरे प्रदेश में ड्राय डे घोषित करती है, तो इससे एक ओर माहौल पवित्र और अनुशासित बना रहेगा, वहीं दूसरी ओर धार्मिक भावनाओं का भी सम्मान होगा।
समाज के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा यदि इस पावन अवसर पर ड्राय डे लागू किया जाता है, तो यह मुस्लिम समाज के लिए एक अहम सौगात होगी। इससे राज्य सरकार के प्रति समाज का विश्वास और भी मजबूत होगा तथा सरकार की धर्मनिरपेक्ष और सर्वसमावेशी नीति का स्पष्ट संदेश भी जाएगा।
सरकार से अपील
प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि पिछले कई सालों से लगातार ईद मीलादुन्नबी के अवसर पर ड्राय डे की मांग पूरे प्रदेश में मुस्लिम समाज द्वारा की जाती रही है लेकिन अब तक किसी भी सरकार ने इस पर पहल नहीं की है। पैगम्बरे इस्लाम के 1500वें यौमे पैदाइश के मौके पर राज्य सरकार द्वारा यह ड्राय डे का तोहफा मुस्लिम समाज को देती है तो यह पूरे समाज में एक बहुत ही अच्छा संदेश जाएगा।
प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि पिछले कई सालों से लगातार ईद मीलादुन्नबी के अवसर पर ड्राय डे की मांग पूरे प्रदेश में मुस्लिम समाज द्वारा की जाती रही है लेकिन अब तक किसी भी सरकार ने इस पर पहल नहीं की है। पैगम्बरे इस्लाम के 1500वें यौमे पैदाइश के मौके पर मुस्लिम समाज की भावनाओं और परंपराओं का सम्मान करते हुए इस विषय पर राज्य सरकार द्वारा तत्काल आदेश जारी किए जाएँ, ताकि ईद मीलादुन्नबी के पावन दिन पर प्रदेशभर में शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण सुनिश्चित हो सके। समाज को उम्मीद है कि राज्य सरकार उनकी इस मांग को संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ स्वीकार करेगी और ड्राय डे का तोहफा मुस्लिम समाज को देते हुए पूरे समाज को एक अच्छा संदेश देगी।
इस अवसर पर अंजुमन सदर हाजी मुख्तार अहमद कुरैशी, सेक्रेट्री एडवोकेट मुस्तफा शेख, काबीना मेम्बर फखरुद्दीन शेख, मोहम्मद शहजाद, अनीस रजा और इरशाद खान शामिल रहे। प्रतिनिधियों ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार उनकी मांग पर सकारात्मक निर्णय लेकर समाज को एक ऐतिहासिक तोहफा देगी।