भीलवाड़ा। धर्मनगरी भीलवाड़ा में पहली बार 9 से 15 सितम्बर तक प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से होने वाली श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन भारी बारिश के कारण उत्पन्न हालात में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरी रखते हुए फिलहाल स्थगित किया गया है। कथा आयोजन की नई तिथि शीघ्र ही घोषित होंगी इसके लिए कथा आयोजन के सूत्रधार श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के महन्त बाबूगिरी महाराज एवं श्री शिव महापुराण कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष विधायक अशोक कोठारी एवं कार्यकारी अध्यक्ष राधेश्याम सोमानी सिहोर स्थित पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रतिनिधियों से सम्पर्क में है। समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राधेश्याम सोमानी ने बताया कि कथा आयोजन को लेकर भीलवाड़ा में उत्साह का माहौल था ओर आयोजन समिति द्वारा लाखों श्रद्धालुओं के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही थी। कथा स्थल पर वाटरप्रूफ डोम लगाने का कार्य शुरू हो चुका था ओर श्रद्धालुओं के लिए वाहन पार्किंग, भोजन, आवास व्यवस्था आदि को लेकर भी व्यापक तैयारियां की गई थी। भीलवाड़ा में शुक्रवार को हुई बहुत भारी बारिश के कारण मेडिसिटी ग्राउण्ड में भरे पानी की निकासी को लेकर लगातार कार्य चल रहा था लेकिन सोमवार सुबह पुनः तेज बारिश के बाद मैदान में पुनः पानी भर गया। इसके बाद श्री शिव महापुराण कथा आयोजन समिति पदाधिकारियों ने मैदान के हालात का अवलोकन किया। इसके बाद दोपहर में समिति कार्यालय पर महंत बाबूगिरी महाराज एवं आयोजन समिति अध्यक्ष विधायक अशोक कोठारी की मौजूदगी में बैठक का आयोजन कर समिति पदाधिकारियों ने हालात पर चर्चा की। इसमें सर्वसम्मति से प्रकृतिजनित वर्तमान प्रतिकूल परिस्थितियों में 9 से 15 सितम्बर तक कथा आयोजन कराना श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त नहीं मानते हुए हुए इसे स्थगित करने का निर्णय किया गया। बैठक में तय हुआ कि महंत बाबूगिरी महाराज सिहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा से सम्पर्क कर आयोजन की नई तारीख शीघ्र तय करेंगे। विधायक कोठारी एवं कार्यकारी अध्यक्ष सोमानी ने कहा कि कथा का आयोजन शीघ्र तय होने वाली नई तिथि पर भीलवाड़ा में अवश्य होगा इसके लिए तैयारियां निरन्तर जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों को उसी उत्साह के साथ आयोजन की तैयारियों में जुटे रहना है जैसा वह अब तक लग रहे थे। बैठक में कथा समिति के संयोजक गजानंद बजाज, महासचिव पीयूष डाड व कन्हैयालाल स्वर्णकार, पंडित अशोक व्यास,रजनीकांत आचार्य, मंजू पोखरना,बद्रीलाल सोमानी, रामेश्वरलाल ईनाणी, जगदीश वैष्णव, पवन पंवार, कैलाश सोनी,सत्यनारायण गुगग्ड़, भवानीशंकर शर्मा, ललित सोमानी आदि मौजूद थे