(झाड़ोल के लीलावास गाँव पहुँचा आर-केग दल, समुदाय ने परिवार नियोजन अपनाने का लिया संकल्प, माँ बाड़ी खोलने की घोषणा सहित सरकारी योजना से जल्द जुड़ेंगे वंचित परिवार)
उदयपुर | झाड़ोल उपखंड के लीलावास गाँव स्थित कालबेलिया बस्ती, जो लंबे समय से परिवार सहित कचरा बीनने और समाज में स्वच्छता हेतु योगदान देती रही है, आज नई सोच और सकारात्मक परिवर्तन की मिसाल बनी है। कूड़ा उठाकर उसे पुनःचक्रण द्वारा स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण करने वाले इस समुदाय के परिवारों में परंपरागत रूप से बच्चों की संख्या अधिक होने से भोजन की कमी, कुपोषण, निरक्षरता और दृष्टिबाधित बच्चों के उपचार में कठिनाइयों जैसी चुनौतियाँ सामने आ रही थीं। एक महिला द्वारा 17 बच्चों को जन्म देना और अधिकांश परिवारों में पाँच से अधिक बच्चों का होना इसकी गंभीरता को दर्शाता है। प्रदेश में बाल अधिकारो के संरक्षण हेतु गठित विशेषज्ञों का समूह राजस्थान चाइल्ड एडवाइजरी ग्रुप (आर-केग) आज स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचा l
आर-केग के अध्यक्ष एवं समाज सेवी चन्द्रगुप्त सिंह चौहान ने इस स्थिति को संवेदनशील दृष्टि से देखते हुए सामुदायिक चर्चा आयोजित की। बातचीत में यह समझाया गया कि छोटे परिवार से न केवल स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण की स्थिति बेहतर होती है, बल्कि रोजगार में भी संतुलन आता है। महिलाओं और पुरुषों दोनों को मिलाकर समझाया गया कि परिवार नियोजन केवल जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की गारंटी है।
इस अवसर पर बाल अधिकार विशेषज्ञ एवं पूर्व सदस्य राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने 60 परिवारों से अधिक की बस्ती में 100 से ज़्यादा छोटे बच्चों के आंगवाड़ी या विद्यालय नहीं जाने की चिंता व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन से इन्हें जल्द नामांकित करने एवं बस्ती में माँ-बाड़ी केंद्र या आंगवाड़ी केंद्र खोलने की आवश्यकता बताई l डॉ. पंड्या ने समुदाय को अधिक बच्चों के प्रभाव, कुपोषण एवं स्वास्थ्य की जानकारी दी l
आर-केग की पहल का परिणाम यह रहा कि कालबेलिया समुदाय के लोगों ने सामूहिक रूप से दो बच्चों का संकल्प लिया और शपथ ग्रहण कर स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का संकल्प लिया । यह पहल केवल एक बस्ती तक सीमित न रहकर पूरे क्षेत्र में प्रेरणा बनेगी और समाज को यह संदेश देगी कि स्वच्छता के साथ-साथ शिक्षा और परिवार नियोजन भी जीवन को रौशनी देने वाले महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
आर-केग दल आज इस गांव के वंचित परिवारों तक पहुंच कर उनकी काउंसलिंग एवं संवाद किया l वंचित परिवारों को राशन सामग्री वितरित करने के साथ स्वास्थ्य जाँच की गई l एक परिवार के 5 बच्चों में दृष्टि सम्बंधित परेशान देख इन बच्चों को कल दल के कार्यकर्ता एवं स्वास्थय विभाग के प्रतिनिधि उदयपुर स्थित महाराणा भोपाल चिकित्सालय इलाज हेतु लाएंगे l
मोके से राजस्थान सरकार के जनजाति विकास मंत्री बाबू लाल खराडी से विशेषज्ञ दल द्वारा टेलीफ़ोन पर चर्चा करते हुए इस गंभीर विषय से अवगत करवाया गया जिस पर खराडी द्वारा तुरंत विभाग से माँ बाड़ी खुलवाने की घोषणा करते हुए जल्द हर संभव सहायता का विश्वास दिलाया गया l साथ ही मंत्री द्वारा आर-केग द्वारा दूर दराज वनवासी क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास की सरहाना की l
इस अवसर पर आर-केग के पदाधिकारी एवं समाजसेवी प्रदीप रावानी, अशोक मालवीय, सखाराम मेघवाल, सामाजिक कार्यकर्ता अमित राव, काउंसलर रणवीर सिंह राणावत, संजय मेहता, बंसीलाल वडेरा झाड़ोल सरपंच, धरमचंद खरवड़ और लीलावास सरपंच सहित स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे l