गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उदयपुर के फार्माकोलॉजी विभाग ने पहली बार“गुड मेडिकल प्रैक्टिस” पर एक सीएमई और कार्यशाला का आयोजन किया। यह कोर्स क्लिनिकल ट्रायल्स या अन्य अनुसंधान संबंधित गतिविधियों के दौरान अनुसंधान प्रथाओं के बारे में है, जिसे अब सभी स्नातकोत्तरों के लिए एनएमसी द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है। यह कोर्स उन संकायों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो नैदानिक परीक्षणों में शामिल हैं और नैतिकता समिति के सदस्य हैं।
विभिन्न व्यापक और सुपरस्पेशलिटी विभागों के कुल 80 डॉक्टरों ने कार्यशाला में भाग लिया। कार्यशाला शुरू करने से पहले एक प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई और कार्यशाला के अंत में एक अंतिम परीक्षा आयोजित की गई।
इस सीएमई और कार्यशाला का आयोजन डॉ. अरविंद यादव, प्रोफेसर और हेड फार्माकोलॉजी विभाग जीएमसीएच ने किया। डीन डॉ. संगीता गुप्ता और एडिशनल प्रिंसिपल डॉ. मनजिंदर कौर ने कार्यशाला का उद्घाटन किया।
डॉ. अपूर्वा अग्रवाल, प्रोफेसर और हेड फार्माकोलॉजी आरएनटी मेडिकल कॉलेज, डॉ. अरविंद यादव, प्रोफेसर और हेड फार्माकोलॉजी जीएमसीएच, डॉ. मनु शर्मा, प्रोफेसर साइकियाट्री जीएमसीएच, और डॉ. मीनू पिचोलिया, प्रोफेसर फार्माकोलॉजी जीएमसीएच ने कार्यशाला के दौरान विभिन्न इंटरएक्टिव सत्र प्रस्तुत किए। कार्यशाला के दौरान कार्यक्रम का समन्वय डॉ. अर्चना राठौर, सहायक प्रोफेसर फार्माकोलॉजी विभाग ने किया। राजस्थान मेडिकल कॉलेज ने इस कार्यशाला के लिए क्रेडिट घंटे प्रदान किए।