गीतांजली इंस्टिट्यूट आॅफ टेक्निकल स्टडीज (गिट्स) में विश्व प्रसिद्ध सेमीकन्डक्टर कम्पनी माइक्रोन टेक्नोलोजी के पूल केम्पस ड्राइव गिट्स व भारत के विभिन्न काॅलेज व विश्वविद्यालयों से आये बी.टेक के 33 और डिप्लोमा के 30 विद्यार्थियों का चयन क्रमशः जी.इ.टी. एवं मेन्युफेक्चरिंग एसोसिएट के पद पर हुआ।
संस्थान के निदेशक डाॅ. एस. एम. प्रसन्नाकुमार ने बताया कि भारत सेमीकन्डक्टर मेनूफेक्चरिंग की दिशा में आगे बढ़ रहा हैं। भविष्य में भारत चिप मेनूफेक्चरिंग कम्पनीज का हब होगा। माइक्रोन टेक्नोलाॅजी सेमीकन्डक्टर मेनूफेक्चरिंग सेक्टर में टाॅप कम्पनीज में शुमार हैं। जो 1978 से 17 देशों में 11 चिप मेनूफेक्चरिंग युनिट के साथ 48 हजार से ज्यादा कर्मचारियों के साथ मेमोरी सोल्यूशन पर काम कर रही हैं। जिसके प्रमुख उत्पाद डी रैम, नेन्ड, नोर, सोलिड स्टेट डिवाइस और हाई बेण्डविड्थ मेमोरी हैं। यह सब मेमोरी डिवाइस किसी भी इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस के प्रमुख पार्ट होते हैं।
संस्थान के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेन्ट हैड डाॅ. अरविन्द सिंह पेमावत के अनुसार इस पूल केम्पस ड्राइव गिट्स के साथ-साथ भारत के विभिन्न प्रतिष्ठित इन्जिनियरिंग काॅलेज सी.टी.ए.ई. उदयपुर, एस.के.आई.टी. जयपुर, भगवंत महावीर युनिवर्सिटी गुजरात तथा जम्मु कश्मीर उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न इन्जिनियरिंग महाविद्यालयों के 350 से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया। कम्पनी से इन्टरव्यु के लिए आये कम्पनी आॅफिसियल्स ने लिखित परीक्षा, टेक्नीकल इन्टरव्यू एवं एच. आर. के माध्यम से इलेक्ट्रीकल, इलेक्ट्रोनिक्स और मेकेनिकल एवं कम्प्युटर इन्जिनियरिंग के बी.टेक के 33 और डिप्लोमा के 30 विद्यार्थियों का चयन क्रमशः जी.इ.टी. एवं मेन्युफेक्चरिंग एसोसिएट के पद पर हुआ। वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड़ ने चयनित विद्यार्थियांे के स्वर्णिम भविष्य की कामना की।