उदयपुर। श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुष्पार्थ न्यास द्वारा अभिनव ब्रज मंडल श्री मनोरमा गोलोकतीर्थ, नंदगांव में आगामी 10 जुलाई से 6 सितंबर तक श्री गोवर्धन कृपा चातुर्मास आराधना महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन उदयपुर के सोत्याची श्री चरणानंदजी महाराज के पावन सान्निध्य में होगा।
इस संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंघल ने बताया कि धर्म की रक्षा के लिए उसे धारण करना आवश्यक है। सत्य, अहिंसा, दया और दान जैसे दिव्य तत्व गोमाता से ही उत्पन्न होते हैं। उन्होंने बताया कि सावन और भाद्रपद का महीना विशेष पुण्यकारी होता है। इसी अवधि में संत-महात्मा एक स्थान पर रहकर समाज को धर्मोपदेश देते हैं।
इस अवसर पर सुरधेनु धर्म ओड़नी यात्रा की भी घोषणा की गई, जिसके तहत गांव-गांव में समितियां बनाकर प्रत्येक घर से एक मुट्ठी अन्न और एक रुपया सहयोग स्वरूप संग्रहित किया जाएगा। यह अन्न मोभंडारा और गोपाल भोग के लिए उपयोग होगा। यात्रा के दौरान गांव-गांव में गोपूजन कर धर्मयात्रा निकाली जाएगी, जिसमें वाहन और पैदल श्रद्धालु शामिल होंगे। सोशल मीडिया के माध्यम से आयोजन की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाएगी।
सिंघल ने सर्व हिन्दू समाज से ऊँच-नीच के भेदभाव से ऊपर उठकर इस पुनीत आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया। प्रेस वार्ता में श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के वरिष्ठ सदस्य बडीसिंह राजपुरोहित, संपतलाल माहेश्वरी, गिरधारीलाल बारहठ, चंद्रप्रकाश जैन सहित अनेक गोभक्त उपस्थित रहे।
पथमेड़ा: एक परिचय
राजस्थान के सांचौर जिले में स्थित श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा विश्व की सबसे बड़ी गोशाला के रूप में प्रसिद्ध है। इसके द्वारा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड एवं पंजाब में संचालित 65 से अधिक गोशालाओं में एक लाख पचपन हजार से अधिक असहाय, घायल, बीमार और वृद्ध गोवंश की सेवा की जा रही है। पथमेड़ा द्वारा गोसंवर्धन, पंचगव्य आधारित अनुसंधान एवं गोमहिमा के प्रचार-प्रसार हेतु एक राष्ट्रव्यापी महाअभियान भी संचालित किया जा रहा है।