
उदयपुर महाराणा मेवाड हिस्टोरिकल पब्लिकेषन्स ट्रस्ट, उदयपुर द्वारा नव प्रकाषित पुस्तक ’हकीकत बहिडा ः महाराणा भूपाल सिंह‘ (ई.स. १९३० से १९५५) का विमोचन महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेषन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड ने षम्भू निवास में किया।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर फाउण्डेषन मुख्य प्रषासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि महाराणा भूपाल सिंह जी के बहिडों पर महाराणा मेवाड अनुसंधान केन्द्र एवं महाराणा मेवाड हिस्टोरिकल पब्लिकेषन्स ट्रस्ट लगभग ४ वर्शों से कार्य कर रहा था। यह कार्य बहुत लम्बा व श्रम साध्य था किन्तु रुचिकर भी उतना ही था। महाराणा भूपाल सिंह ने प्रजाहित में अनेक कार्य किये जिनमें महाराणा भूपाल महाविद्यालय, बीएन महाविद्यालय, महाराणा भूपाल चिकित्सालय, अनेक षिक्षण संस्थानों को भूदान आदि प्रमुख है। भूपाल सिंह जी कालीन बहियों से तैयार पुस्तक के चार भाग हैं, जिनमें कुल २९४४ पृश्ठों के साथ ही कई यादगार एवं ऐतिहासिक ष्वेत-ष्याम तथा रंगीन चित्रों का समावेष किया गया है।
चित्रों में भारत के प्रथम राश्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू, प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य जोधपुर के तात्कालीन महाराजा उमेद सिंह, जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह, सिटी पलेसे के मोर चोक में राजपुताना के राजा-महाराजा एवं प्रिंस, महाराज कुमार भगवतसिंह जी के विवाह के अवसर आदि के अनेक चित्र दिये गये है। यही नहीं पुस्तक महाराणा भूपाल सिंह जी के समय परम्परानुसार आयोजित होने वाले उत्सवों के ऐतिहासिक चित्रों का भी आइना है।
श्री आउवा ने बताया कि इस पुस्तक पर मेरे साथ पब्लिकेषन्स ट्रस्ट के प्रबंधक गिरिराज सिंह तथा महाराणा मेवाड अनुसंधान केन्द्र उदयपुर के जनक सिंह चौहान, सतीष पुजारी आदि ने खूब सावधानी पूर्वक कार्य किया तथा पुस्तक को विशयानुसार वर्गीकरण श्रीमती सरिता श्रीमाल ने किया। पुस्तक में महाराणा के जीवन-वृत्तांत का ऐतिहासिक लेखन इतिहासविज्ञ डॉ. राजेन्द्रनाथ पुरोहित ने किया।
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