उदयपुर — नगर निगम प्रांगण में चल रहे 27 दिवसीय ज्ञान गंगा महोत्सव के 25वें दिन आचार्य पुलक सागर ने अपने प्रेरक प्रवचन में कहा कि जिस घर में बेटी होती है, वह घर स्वर्ग के समान होता है। उन्होंने कहा, "लड़की वह है जो घर में संवेदनाएं और आत्मीयता भर देती है, व्यर्थ के अभिमान को तोड़ती है और सबको झुकना सिखाती है।"
चातुर्मास समिति अध्यक्ष विनोद फान्दोत ने बताया कि कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जगदीश राज श्रीमाली, स्वच्छ भारत ब्रांड एंबेसडर एवं न्याय मित्र के.के. गुप्ता, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष सुदर्शन देव सिंह कारोही सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। 15 अगस्त को यहां ध्वजारोहण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और आचार्य का विशेष प्रवचन आयोजित होगा।
महोत्सव के तहत शहर के विभिन्न जैन मंदिरों और धर्मस्थलों पर साधु-साध्वियों के सान्निध्य में धार्मिक प्रवचन, भक्ति, पूजा-अर्चना और तपस्वियों के सामूहिक पारणा के कार्यक्रम संपन्न हुए। साध्वी जयदर्शिता, महासती विजयलक्ष्मी, महाश्रमण जिनेंद्र मुनि, आर्यिका सुविज्ञमती माता, साध्वी विपुल प्रभा समेत कई संतों ने धर्मसभा में जीवन, आत्मबोध, प्रेम और परिवर्तन पर अपने विचार रखे।
आयोजन के दौरान ज्ञानशाला दिवस भी मनाया गया, जिसमें प्रशिक्षिकाओं, अभिभावकों और बच्चों ने सुंदर प्रस्तुतियां दीं और साध्वी रश्मिप्रभा ने प्रेरक मार्गदर्शन दिया।