उदयपुर (वि.)। लखारा जाति के दुरुपयोग और अपने नाम के आगे जाति का अवैध रूप से इस्तेमाल कर लखारा समाज को बदनाम करने को लेकर उदयपुर जिले के समस्त लखारा समाज ने सोमवार को लखारा समाज सेवा संस्थान उदयपुर के बैनर तले अति. जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इससे जिलेभर से आए समाज के लोग डॉ. भीमराव अम्बेडकर पार्क कोर्ट चौराहा पर एकत्र हुए। वहां से सभी बैनर हाथों में लिए पैदल नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्री परिसर के बाहर पहुंचे। समाजजनों ने क्या मांगे लखारा समाज अपना हक अपना अधिकार, लखारा समाज जिंदाबाद जैसे नारे लगाते हुए अपने अधिकारों पर हो रहे अतिक्रमण की तरफ सभी का ध्यान आकर्षित किया। करीब आधा घंटा नारेबाजी के बाद समाज के प्रतिनिधि अतिरिक्त जिला कलक्टर राजीव द्विवेदी के ऑफिस पहुंचे और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सनातन काल से लखारा, लखेरा व लक्षकार समाज लाख चूड़ी बनाने और विक्रय करने का काम करता आ रहा है। भारत सरकार और राजस्थान सरकार की पिछड़ी जाति की सूची में क्रम संख्या 32 पर लखारा व लखेरा जाति दर्ज है। मुस्लिम समाज के कुछ लोगों द्वारा लखारा जाति का इस्तेमाल कर हमारे हक और अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है। साथ ही आपराधिक गतिविधियों में भी लखारा जाति का इस्तेमाल कर समाज को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हाल का ताजा उदाहरण मंदसौर की एक घटना है जिसमें आपराधिक गतिविधियों में मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने नाम के पीछे लखारा जाति लगाकर समाज को बदनाम करने की कोशिश की। समाज के लोगों ने मांग की कि जो लोग अवैध रूप से लखारा जाति का इस्तेमाल कर रहे हैं उनकी पहचान करवाई जाए और आधार कार्ड में जाति संशोधित करवाई जाए। ऐसे लोगों के नाम निरस्त किए जाए ताकि समाज के हक और अधिकार उन्हीं को मिले। इस मौके पर संस्थान के मुकेश लक्षकार, राकेश, चंद्रप्रकाश, भगवतीलाल, प्रभुलाल, जगदीश चंद्र, किशनलाल, रमेशचंद्र, कैलाशचंद्र, नंदलाल, हिम्मत, दुर्गेश, धर्मेन्द्र सहित जिले से आए सैकड़ों समाजबंधू मौजूद थे।