GMCH STORIES

अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों को लेकर प्रशासन संवेदनशील

( Read 1260 Times)

09 Sep 25
Share |
Print This Page
अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों को लेकर प्रशासन संवेदनशील

उदयपुर,  अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को त्वरित राहत प्रदान कराने की राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है। जिला कलक्टर नमित मेहता लगातार क्षेत्र का दौरा कर हालातों की जायजा ले रहे हैं। इसी क्रम में जिला कलक्टर ने मंगलवार को गोगुन्दा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का अवलोकन करते हुए आमजन को अस्थायी तौर पर त्वरित राहत के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

जिला कलक्टर नमित मेहता मंगलवार दोपहर बाद ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रवाना हुए। सर्वप्रथम वह गोगुन्दा क्षेत्र के मोखी गांव पहुंचे। इस दौरान एसडीएम शुभम भैसारे, विकास अधिकारी महीप कुमार, तहसीलदार रणछोड़ लाल सहित निर्माण विभाग अधिकारी भी मौजूद रहे। कलक्टर ने मोखी में टूटी पुलिया की अस्थाई मरम्मत के कार्य का अवलोकन किया। साथ ही क्षेत्र में गांवों की संपर्क सड़कों, भवनों आदि के बारे में जानकारी ली।
इसके पश्चात श्री मेहता पड़ावली पहुंचे। यहां सड़क ढहने वाले स्थल का अवलोकन किया। ग्रामीणों ने अतिवृष्टि के दौरान साबरमती नदी के जलस्तर के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने सड़क को अस्थाई रूप से ठीक कर यातायात बहाल करने की जानकारी दी।

अंदरूनी सड़कों की जल्द से जल्द करें मरम्मत
जिला कलक्टर ने ग्रामीणों से आत्मीय संवाद किया। इस दौरान उन्होंने अतिवृष्टि से क्षेत्र में हुई समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। मुख्य मार्ग के अलावा अंदरूनी रास्तों पर आई समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। जिला कलक्टर ने केलथरा गांव में ध्वस्त हुई पुलिया की जानकारी लेते हुए विभागीय अधिकारियों को त्वरित रेस्टोरेशन के निर्देश दिए। इस कार्य में पंचायत को भी स्थानीय स्तर पर सहयोग के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्वरित कार्य कर यातायात बहाल करें, ताकि ग्रामीणों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस दौरान वास पंचायत के उप सरपंच रणजीत सिंह ने इलाके में अतिवृष्टि के प्रभाव के बारे में बताया। वहीं ग्रामीणों ने मक्का, सोयाबीन, उड़द की फसल खराबे के बारे में बताया। कलक्टर ने अधिकारियों को सर्वे के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने साबरमती नदी पर बड़ा पुल बनाने की आवश्यकता जताई। लोगों ने बताया कि सीनियर स्कूल में करीब 300 बच्चे और 100 बच्चे निजी स्कूलों में जाते हैं। पुल बनने से आवागमन में सुविधा रहेगी।

जिला कलक्टर ने शिवालिक डेम के ओवरफ्लो एरिया का भी अवलोकन किया। इस दौरान पटवारी, गिरदावर और स्थानीय कार्मिकों को क्षेत्र में रपट, पुलिया, सड़क, भवन, फसल आदि के खराबे की जानकारी तुरंत देने तथा जहां सुधार की आवश्यकता हो उसके प्रस्ताव यथाशीघ्र प्रेरित करने के निर्देश दिए।

पड़ावली पीएचसी का अवलोकन
जिला कलक्टर ने पडावली स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी अवलोकन किया। इस दौरान आउटडोर, स्टाफ, संबंधित सब सेंटर आदि के बारे में जानकारी ली। दवाओं के सही संधारण और मौसमी बीमारियों को लेकर सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीएचसी पर 24 घंटे कम से कम एक चिकित्सा स्टाफ उपलब्ध रहे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि मरीजों को समय पर प्राथमिक उपचार मिल सके। उन्होंने खास कर प्रसव व्यवस्था से जुड़े प्रशिक्षित स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। जिला कलक्टर ने मरीजों व परिजनों से संवाद करते हुए निशुल्क दवा और जांच सुविधा के बारे में जानकारी ली।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like