उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के अधीन बागोर की हवेली की कला दीर्घा में गुजरात की चित्रकार निशा ईश्वर भाई निर्मल के चित्रों की प्रदर्शनी ‘खुश्बू मिट्टी की’ का शुभारंभ ख्यातनाम वास्तुकार व स्केच आर्टिस्ट सुनील लड्ढा, प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी और केन्द्र के कम्प्यूटर प्रोग्राम आॅफिसर हेमंत मेहता के आतिथ्य में हुआ। अतिथियों ने वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर इस प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए चित्रकार निशा के कला कौशल की सराहना की। चित्रकार ने इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित पेंटिंग्स की विषयवस्तु के बारे में जानकारी प्रदान कर अतिथियों को प्रदर्शनी का अवलोकन कराया।
गुजरात राज्य ललित कला अकादमी के सौजन्य से आयोजित इस पांच दिवसीय प्रदर्शनी के शुभारंभ दौरान मुख्य अतिथि स्केच आर्टिस्ट सुनील लड्ढा ने कहा कि कला ईश्वर आराधना का एक अन्यतम रूप है और इस माध्यम से कलाकार अपनी अमूर्त कल्पनाओं को रंगों और कूंची के सहारे साकार रूप देता है। उन्होंने कलासाधना में रत कलाकारों को प्रेरित करने वाली इस कला-प्रदर्शनी की सफलता की कामना की और कहा कि गुजरात और राजस्थान की कला अकादमियां और संस्थान कलाकारों को उचित मंच प्रदान करने का सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। इन प्रयासों से कलाकारों को प्रोत्साहन प्राप्त होता है वहीं उनकी कला भी निखरती है। हेमंत जोशी और हेमंत मेहता ने पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की गतिविधियों की जानकारी दी और कला और कलाकारों को दिए जा रहे प्रोत्साहन के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।
इस मौके पर चित्रकार डाॅ. चित्रसेन, सुनील भट्ट सहित शहर के कई युवा कलाकार, स्केच आर्टिस्ट आदि मौजूद रहे।