उदयपुर 79वें स्वाधीनता दिवस पर राजस्थान विद्यापीठ के श्रमजीवी महाविद्यालय, प्रतापनगर परिसर, डबोक परिसर में स्वाधीनता दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
मुख्य समारोह डबोक परिसर में बीएड महाविद्यालय के प्रांगण में समारोह हुआ, जहॉ कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर ने झण्डारोहण कर परेड की सलामी ली। विद्यार्थियों ने राजस्थानी व देश भक्ति गीतों पर रंगारग प्रस्तुतियॉ दे सभी का मन मोह लिया।
इस मौके पर प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि आज का दिवस राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का दिवस है। हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, संघर्ष और बलिदान के कारण आज हम सब आजाद भारत में सांस ले रहे है, मॉ भारती को ब्रितानी जंजीरों से मुक्त कराने के लिए वीर बांकुरों ने जान की बाजी तक लगा दी। राष्ट्र-भाव के बिना देश को परम वैभव तक नहीं पहुंचायॉ जा सकता। मानव से महामानव कैसे बनाया जाये यह हमारा संकल्प होना चाहिए। हमारी प्राचीन, नैतिक जिम्मेदारी है। संस्कृति और सभ्यता व इसकी अस्मिता आज भी विद्यमान है जिसका मुख्य कारण हमारी मजबूत संस्कृति, हमारी अखंड परम्पराए, हमारे सनातन मूल्य, हमारी सशक्त लोकतांत्रिक व्यवस्था है, इसे आने वाली पीढी में रूपांतरित करना है। राष्ट्र निर्माण के लिए राष्ट्रीय चरित्र तथा वैदिक दृष्टिकोण की नितांत आवश्यकता है और यही वर्तमान समय में प्रासंगिक भी है वर्तमान समाज और पीढ़ी को संकुचित विचारधारा से बाहर निकाल कर वर्ग व वर्ण भेद से रहित वसुधैवकुटुंबकम के भाव को प्रतिष्ठित करने में वैदिक दृष्टिकोण ही पूर्ण रूपेण सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति और प्रगति उसकी शिक्षा व्यवस्था पर निर्भर करती है और यह महत्वपूर्ण जिम्मा राष्ट्र के शिक्षकों के कंधों पर है जो युवाओं को नवाचारों युक्त तकनीक व कौशल से आधारित ज्ञान को सीखकर वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में भारत को उसकी प्रतिष्ठा के साथ खड़ा रख सके।
कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर ने अपने संबोधन में देश और पड़ोसी देशों में हो रहे घटनाक्रम को रेखांकित करते हुए युवा पीढ़ी से समाज के प्रति अपने दायित्व को निभाने के साथ-साथ आतंकवाद अंधविश्वास जैसी समस्याओं से जागरूक रह कर उनके निदान में योगदान की बात कही।
संचालन रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ़. रोहित कुमावत ने किया।
इस अवसर पर एनसीसी 10 राज बटालियन के कमान अधिकारी ए.एस. खंगारोत, अजय कुमार, सीओ विपुल बया, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा, प्रो. जीएम मेहता, डॉ. भवानीपाल सिंह राठौड़, डॉ. धमेन्द्र राजौरा, प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. मलय पानेरी, प्रो. गजेन्द्र माथुर, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, डॉ. अमीया गोस्वामी, डॉ. शेलेन्द्र मेहता, डॉ. अवनिश नागर, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. हीना खान, डॉ.़ नीरू राठौड़, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. अमी राठौड़, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. एसबी नागर, डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. लालाराम जाट, डॉ. सपना श्रीमाली, डॉ. गुणबाला आमेटा, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. भुरालाल श्रीमाली, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव ़़विद्यापीठ के डीन, डायरेक्टर, कार्यकर्ता एवं विद्यार्थियों ने समारोह में शिरकत की।