उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग एवं उदयपुर यूरोलॉजिकल सोसाइटी की ओर से पेनाइल रिहैबिलिटेशन सर्जरी पर एक दिवसीय लाइव कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन एससीआई इंटरनेशनल हॉस्पिटल,नई दिल्ली के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट एवं एंड्रोलॉजिस्ट डॉ.गौतम बंगा,पीएमयू के प्रेसिडेंट डॉ. एम.एम.मंगल,पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ.यू.एस.परिहार,उदयपुर यूरोलॉजिकल सोसाइटी के चेयरपर्सन डॉ.एच.एल.खमेसरा,राजस्थान यूरोलॉजिकल सोसाइटी के सचिव डॉ.रमेश सेठिया,उदयपुर यूरोलॉजिकल सोसाइटी प्रेसिडेंट डॉ.सुनील गोखरू एवं आयोजन सचिव डॉ.हनुवंत सिंह राठौड़ ने किया।
कार्यशाला की शुरुआत में डॉ.हनुवंत सिंह राठौड़ ने सभी अतिथियों और प्रतिभागी चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा पेनाइल समस्याएं समाज में अब भी एक संकोचपूर्ण विषय हैं,लेकिन चिकित्सा विज्ञान में इनका समाधान संभव है। इस कार्यशाला का उद्देश्य पेनाइल स्वास्थ्य से संबंधित जटिलताओं जैसे पेनाइल प्रोस्थेसिस और पेरोनी डिज़ीज़ की सर्जरी की बारीकियों को उजागर करना और इस क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों को नवीनतम शल्य चिकित्सा तकनीकों से अवगत कराना था। जिससे मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके।
कार्यशाला के दौरान डॉ.गौतम बंगा द्वारा पेनाइल प्रोस्थेसिस एवं पेरोनी डिज़ीज़ सर्जरी पर लाइव सर्जरी का प्रदर्शन किया गया। इस लाइव सत्र में उपस्थित यूरोलॉजिस्ट और सर्जन को न केवल तकनीकी प्रक्रियाएं दिखाई गईं, बल्कि उनसे संबंधित जटिलताओं, सावधानियों और नवीनतम नवाचारों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान डॉ.बंगा ने कहा कि आज भी पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या पेनाइल डिफॉर्मिटी जैसी समस्याएं उन्हें मानसिक और सामाजिक रूप से प्रभावित करती हैं। लेकिन उन्नत तकनीकों की सहायता से हम जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं।
कार्यशाला के दौरान पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि पेसिफिक मेडिकल कॉलेज हमेशा से चिकित्सा शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देता रहा है। इस तरह के आयोजनों से हमारे डॉक्टरों को वैश्विक मानकों के अनुरूप दक्षता हासिल होती है।”
इस आयोजन में यूरोलॉजिस्ट डॉ.क्षितिज रांका और डॉ.हार्दिक पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यशाला में उदयपुर और आसपास के जिलों से आएयूरोलॉजिस्ट,सर्जन और मेडिकल विद्यार्थियों ने भाग लिया