उदयपुर 5 जुलाई त्रैमासिक पत्रिका "मधुर मुस्कान" (जुलाई - सितंबर 2025 ) "पहलगाम विशेषांक" का विमोचन गट्टानी फाउंडेशन की मुख्य संरक्षक श्रीमती कौशल्या गट्टानी द्वारा ओरिएंटल पैलेस के रिवाह हाल में किया गया | अपने उद्बोधन में कौशल्या जी ने मधुर मुस्कान की पूरी टीम व लेखकों को इस अनुपम विशेषांक के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति से मनुष्य अपने हर लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है|
संपादक एमपी माथुर ने बताया कि इस विशेषांक में आठ सदस्यों द्वारा पहलगाम से संबंधित स्वरचित कविताएं प्रकाशित है, जिन में प्रोफेसर विमल शर्मा द्वारा लिखित "भारत की पुकार - शौर्य बलिदान और न्याय का संग्राम", श्रीमती नीलम कौशल " बोलो इंसाफ दिलाओगे ना मुझे", श्रीमती मंजू मुर्डिया " आतंकी की औकात", श्रीमती रेणु माथुर " ललकार ", के के त्रिपाठी " व्यथित मन की अभिव्यक्ति", उषा इंटोडिया " खून की कीमत ", सूरजमल पोरवाल " मिटा दो नामोनिशान आतंकियों का " व डॉ नरेश शर्मा, "इंतहा हो गई" सहित अन्य अलेखों में भगवती लाल इंद्रावत " बुढ़ापे का इलाज ", श्रीमती जनक बांगड " मां की कृति, डॉ सर्वेश माथुर " संगीत प्रवाह ", श्रीमती रजनी जोशी " सत्संग" प्रकाशित है |
संपादक रमेश चंद्र जोशी ने बताया कि इस अंक में अप्रैल से जून माह में आयोजित हुए 14 विशेष कार्यक्रमों का विस्तृत विवरण मय फोटोग्राफ प्रकाशित है साथ ही आगामी तीन माह में होने वाले कार्यक्रमों की प्रस्तावित रूप रेखा दी गई है, ताकि सदस्य उस अनुरूप तैयारी कर सके | गत अंक की वर्ग पहेली को सफलता से हल करने वाले प्रथम दस सदस्यों के नाम निम्न है: प्रोफेसर विमल शर्मा, श्रीमति प्रमिला जायसवाल, श्रीमती उषा इंटोदिया, भगवती लाल इंद्रावत, पराग सिंह भाटी, श्रीमती नलिनी बंधु, श्रीमती निर्मला डूंगरवाल , नारायण चंद्र साहू, बी एल जैन, अरुण कुमार चौबीसा|
मीडिया प्रभारी प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि गत अंक से शुरू किये गये " समाचार पत्रों में मुस्कान" परिशिष्ट की पाठकों व सदस्यों ने भूरी भूरी प्रशंसा की व शहर के अखबारों का वरिष्ठ नागरिक मुस्कान क्लब की खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित करने पर आभार व्यक्त किया है|