के डी अब्बासी
कोटा। सिटी एसपी तेजस्वी गौतम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी, पुलिस उपाधीक्षक गंगा सहाय शर्मा रेलवे कॉलोनी थाना प्रभारी रामस्वरूप मीणा और उनकी पूरी पुलिस टीम को एक्सीलेंट काम करने पर बधाई दी और पूरी पुलिस टीम को अवॉर्ड दिलाने की बात कही। सिटी एसपी तेजस्वी गौतम ने
चौपहिया वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बताया कि
गिरफ्तार शातिर चोर सय्यद ओसाफ अली, आदिल और जमिल अहमद को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से चुराई गई 07 इको कार, इकों कार का 01 इंजन और पांच
संदिग्ध कारों को भी किया डिटेन किया है। उन्होंने बताया कि इको कार की
बाजार मे ज्यादा डिमांड होने से यह इकों कार को निशाना बनाते थे। उन्होंने बताया कि इकों कारों के इंजन व चैचिस बदलकर बैचान करते थे। उन्होंने बताया कि इन पर पहले कोई भी मुकदमा नहीं है। उन्होंने बताया
कि आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु के पिता ने दो शादियां की थी। आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु अपनी मौसी के पास लगभग 15 साल तक रहा तथा मौसी के लङके की शादी व मौसी के मकान बनाने मे पैसे खर्च करने के कारण आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु पर कर्जा हो गया। कर्जे को चूकाने के लिये मुल्जिम सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु कोटा आकर बोरखेडा के किराए के मकान में रहने लग गया। आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु को काम नही मिलने के कारण कर्जेदारों से परेशान होकर सन 2023 मे ईएसआई अस्पताल कोटा के पास से एक इकों कार चुराई और स्वयं ने चुराई गयी कार को चलाया व बाद मे विज्ञान नगर निवासी मोहम्मद हुसैन उर्फ बल्लु को बैच दी। मोहम्मद हुसैन उर्फ बल्लु विज्ञान नगर मे कार वाशिंग व कार रिपेयरिंग का काम करता है। आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु, मोहम्मद हुसैन उर्फ बल्लू तथा आदिल जल्दी अमीर बनने व अपने शौक पुरे करने के उदेश्य से एक गिरोह बनाकर कार चोरी करने की योजना बनाई। इकों कार की मार्केट मे ज्यादा डिमान्ड होने के कारण तीनों मुल्जिमों द्वारा इकों कारों को निशाना बनाना शुरु किया। आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु दिनभर घुमकर इकों कारों की रैकी करता था। आरोपी सैय्यद औसाफ अली उर्फ शानु सुनसान स्थानों से रात्री के समय स्वयं की सीखी हुई देशी तकनीक से इकों कार का लॉक तोङकर इकों कारो को चूराता और आदिल व मोहम्मद हुसैन उर्फ बल्लू को संभला देता था। आदिल व मोहम्मद हुसैन उर्फ बल्लु को सैय्यद औसाफ अली द्वारा चोरी की दी हुई इकों कारों का इंजन नम्बर व चैचिस नम्बर बदलकर पुरानी कबाडे की कारों व दूर्घटना ग्रसित कन्डम कारों के इंजन व चैचिस नम्बर चुराई हुई कारो मे लगा देते थे। तीनों आरोपी चोरी की बरामद की हुई कारों को महंगे दामों में बैचने की फिराक में थे। तीनों आरोपी द्वारा इंजन नम्बर, चेचिस नम्बर व वाहन बॉडी परिवर्तित कर कारों का स्वरूप बदलकर बैचे गये पांच संदिग्ध वाहनों को भी कब्जे पुलिस लिया गया। इस गैंग को पढ़ने वाली टीम में रेलवे कॉलोनी थाना प्रभारी रामस्वरुप मीणा पुलिस इंस्पेक्टर, सहायक उप निरीक्षक देवकरण,हैड कांस्टेबल महेन्द्र सिंह, कपिल गर्वे, कांस्टेबल विनोद, कैलाश, दीवान, लक्ष्मण, महेश, राधेश्याम, साईबर सैल के अजय शामिल थे।