उदयपुर,उदयपुर शहर के लिए यह अत्यंत गौरव और हर्ष का क्षण रहा जब यहां के होनहार छात्र प्रखर सिंघवी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मेधा और प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए कोपरनिकस ओलंपियाड 2025 में भारत के लिए प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय में आयोजित की गई थी, जिसमें विश्वभर के श्रेष्ठ छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इस ओलंपियाड में विज्ञान, गणित, तार्किक क्षमता और नवाचार से जुड़े जटिल प्रश्नों के माध्यम से प्रतिभागियों की विश्लेषण क्षमता, समस्याओं को हल करने की दक्षता और वैज्ञानिक सोच का मूल्यांकन किया गया। प्रखर ने न केवल इन सभी मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत का परचम भी लहराया।
प्रखर की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे उनकी वर्षों की मेहनत, निरंतर अभ्यास और उत्कृष्ट मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे वर्तमान में उदयपुर के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में अध्ययनरत हैं और विज्ञान एवं गणित विषयों में गहरी रुचि रखते हैं। उन्होंने प्रतियोगिता की तैयारी ऑनलाइन संसाधनों, इंटरनेशनल टेस्ट सीरीज़ और अनुभवी मेंटर्स की सहायता से की।
प्रखर के पिता एक व्यवसायी हैं और माता एक शिक्षिका हैं। उन्होंने सदैव प्रखर को अनुसंधान, खोज और ज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रखर ने भावुकता से कहा,
“यह मेरे लिए किसी सपने के पूरे होने जैसा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कोलंबिया यूनिवर्सिटी जैसे वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा। यह उपलब्धि मैं अपने माता-पिता, शिक्षकों और उदयपुर शहर को समर्पित करता हूँ।”
यह जीत सिर्फ प्रखर के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत और विशेष रूप से राजस्थान के लिए गौरव की बात है। यह सिद्ध करता है कि प्रतिभाएं केवल महानगरों तक सीमित नहीं हैं — छोटे शहरों में भी ऐसे मेधावी छात्र हैं जो उचित मार्गदर्शन और अवसर मिलने पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
प्रखर की इस उल्लेखनीय सफलता से उदयपुर शहर में खुशी की लहर है। उनके विद्यालय में मिठाइयाँ बांटी गईं, शिक्षकों और सहपाठियों ने उन्हें बधाई दी और गर्व महसूस किया। विद्यालय प्रबंधन ने एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित करने की घोषणा की है, जिसमें प्रखर को औपचारिक रूप से सम्मानित किया जाएगा।
प्रखर सिंघवी की यह ऐतिहासिक उपलब्धि निश्चित रूप से देश के लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। यह कहानी बताती है कि यदि किसी के भीतर समर्पण, अनुशासन और निरंतर प्रयास की भावना हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
आज उदयपुर को प्रखर सिंघवी पर गर्व है।