जयपुर : आर्मी वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन (आवा), जिसे 'भारतीय सेना की आत्मा' कहा जाता है, भारत के सबसे बड़े स्वैच्छिक संगठनों में से एक है, जो सेना परिवारों के कल्याण के लिए समर्पित है। आवा, सैन्यकर्मियों की पत्नियों, वीर नारियों और आश्रितों को शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, स्वास्थ्य और भावनात्मक सहयोग के माध्यम से सशक्त करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। अपने कल्याणकारी दायरे को और व्यापक बनाने के प्रयास में, आवा ने फिक्की एफ़एलओ जयपुर चैप्टर के साथ एक सहयोग की शुरुआत की है। यह संगठन वित्तीय साक्षरता, डिजिटल सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और कल्याण तथा कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए देशभर में प्रसिद्ध और सक्रिय है। इसके साथ ही, यह व्यवसाय और पेशेवर क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की आकांक्षाओं को भी पूरा करता है।
दिनांक 08 जुलाई 2025 को फिक्की एफ़एलओ जयपुर चैप्टर की एक टीम ने सप्त शक्ति कमान के विभिन्न कल्याणकारी संस्थानों का भ्रमण किया तथा आवा एवं फिक्की एफ़एलओ के बीच सहयोग को प्रभावशाली एवं उद्देश्यपूर्ण रूप देने के लिए संस्थागत तंत्र पर विचार-विमर्श किया।
फिक्की एफ़एलओ जयपुर चैप्टर, स्किल डेवलपमेंट एवं आय सृजन’, ‘कल्याण एवं भावनात्मक सहयोग’, ‘जागरूकता एवं विधिक साक्षरता’, ‘उद्यमिता परामर्श’तथा सम्मान एवं समावेशन’के माध्यम से वीर नारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एफ़एलओ ने प्रारंभिक चरण में आवा के साथ चार प्रमुख क्षेत्रों ‘वित्तीय एवं डिजिटल स्किलिंग’, ‘व्यावसायिक प्रशिक्षण’, ‘स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता’तथा ‘मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण’ में सहभागिता बढ़ाने की परिकल्पना की है। भविष्य में एफ़एलओ जयपुर चैप्टर, आशा स्कूलों तक भी अपने सहयोग का विस्तार करने का इरादा रखता है। इसके अतिरिक्त, आवा द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी एवं आयोजनों के माध्यम से बिक्री बढ़ाने तथा इनकी पहुँच विस्तृत करने का भी प्रस्ताव है। एफ़एलओ जयपुर चैप्टर ने आवा को वित्तीय सहयोग प्रदान करने एवं सीएसआर फंडिंग जुटाने के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
आवा के साथ अपनी अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए, एफ़एलओ जयपुर चैप्टर ने दिनांक 02 जुलाई 2025 को ‘एफ़एलओ स्वदेश’ कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमे सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल मंजींदर सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में गरिमामय उपस्थिति दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कैप्टन अल्पना बर्थवाल (सेवानिवृत्त) द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुआ। फिक्की एफ़एलओ की चेयरपर्सन ने आवा के साथ इस सहयोग को और सशक्त करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। एक सराहनीय पहल के रूप में,फिक्की एफ़एलओ ने आवा के लिए समर्पित इस पुण्य उद्देश्य हेतु ₹4 लाख की धनराशि का योगदान किया।
अपने प्रेरक संबोधन में आर्मी कमांडर ने जयपुर की महिला उद्यमियों एवं प्रोफेशनल्स को भारतीय सशस्त्र बलों की भूमिका से अवगत कराते हुए, भारतीय सेना द्वारा लड़ी गई विभिन्न ऐतिहासिक लड़ाइयों का उल्लेख किया। उन्होंने हाल ही में सम्पन्न‘ऑपरेशन सिंदूर’और उसमें भारतीय सेना के वीर जवानों की वीरता को रेखांकित किया। आर्मी कमांडर ने नेतृत्व की उस भावना का उल्लेख किया, जो‘खुशहाल टीम’के माध्यम से, प्रत्येक स्तर पर कमांडरों द्वारा अपने अधीनस्थों के बीच स्थापित की जाती है। उन्होंने भारतीय सेना में महिलाओं के योगदान एवं उपलब्धियों को रेखांकित किया और बताया कि किस प्रकार महिला सैन्यकर्मी अपनी पेशेवर दक्षता के साथ-साथ खेलकूद एवं साहसिक अभियानों में भी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
इस कार्यक्रम में सप्त शक्ति कमान के अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं एफ़एलओ जयपुर चैप्टर की बड़ी संख्या में सदस्याओं ने भाग लिया।