उदयपुर। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, झाडोल में वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता दी राजस्थान स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक लि. के प्रबंध निदेशक संजय पाठक रहे।
श्री पाठक ने विद्यार्थियों को भारत सरकार द्वारा वर्तमान में संचालित वित्तीय समावेशन अभियान की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा अटल पेंशन योजना की उपयोगिता समझाई। सभी विद्यार्थियों को बैंक में बचत खाता खोलकर जीवन में बचत करने की आदत डालने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री पाठक ने छात्रां को बैंकिंग, तकनीकी सेवाओं में अपने भविष्य बनाने से संबधित जानकारियों से अवगत करवाया तथा विद्यालय को भामाशाह के रुप में सहयोग देने की भी घोषणा की।
श्री पाठक ने उदयपुर सीसीबी की झाडोल शाखा एवं कंथारिया ग्राम सेवा सहकारी समिति का निरीक्षण करके कार्यप्रणाली में उपयुक्त सुधार करने के सुझाव दिये। तत्पश्चात् उदयपुर सीसीबी के प्रधान कार्यालय सभागार में सहकार गैलरी का अवलोकन किया तथा सहकारिता के इतिहास एवं वर्तमान में ’सहकार से समृद्धि’ के अन्तर्गत चल रही विभिन्न योजनाओं को आमजन तक पहुँचाने के इस प्रयास की सराहना की। इस दौरान प्रबंध निदेशक ने गिर्वा, भीण्डर एवं फतहनगर ब्लॉक के सात दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को माईक्रो एटीएम का वितरण किया।
बैठक में दिए दिशा-निर्देश
उदयपुर संभाग के केन्द्रीय सहकारी बैकों की समीक्षा बैठक दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. उदयपुर के प्रताप नगर स्थित प्रधान कार्यालय में प्रबंध निदेशक संजय पाठक की अध्यक्षता में हुई। बैंक एमडी डॉ मेहजबीन बानों ने श्री पाठक का स्वागत करते हुए गत एवं वर्तमान वित्तीय वर्ष की उपलब्धियों का संक्षिप्त परिचय दिया। एजेण्डा वाइस बैठक प्रारंभ करते हुए श्री पाठक ने संभाग के सभी सहकारी बैंको की पैक्स कम्पयूटराईजेशन योजना की समीक्षा की। उन्होंने उदयपुर संभाग बैंक कार्यक्षेत्र की गो-लाईव से शेष रही पैक्स को सितम्बर माह के अन्त तक गो-लाईव करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही साथ गो-लाईव हो चुकी पैक्स में नियमित रुप से वाउचर प्रविष्ठी तथा डे-एंड करते हुए सिस्टम ऑडिट को कराने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा।
प्रबंध निदेशक ने राज्य सरकार की बजट घोषणा 2025-26 में शामिल गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना में अधिकाधिक गोपालकां एवं दुग्ध उत्पादक समितियों के आवेदनों के निस्तारण के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्रालय द्वारा भूमि विकास बैंको की ऋण वसूली के लिए एकमुश्त ऋण समझोता योजना लागू की गई है। अतः भूमि विकास बैकों के पशुपालक ऋणी सदस्यों को गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना अन्तर्गत एक लाख रुपये तक का ऋण स्वीकृत करके उन्हें एकमुश्त ऋण योजना से लाभान्वित होने के लिए प्रेरित करें।
श्री पाठक ने ’’म्हारो खातो म्हारो बैंक’’ योजना अन्तर्गत दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को बैंक मित्र बनाकर खाते खुलवाने की समीक्षा की तथा संभाग के सभी प्रबंध निदेशको को नाबार्ड की वित्त पोषण योजना के तहत माईक्रो एटीएम क्रय कर इन दुग्ध उत्पादन समितियों को उपलब्ध करवाने की लिए निर्देशित किया ।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि बैंक की वित्तीय स्थिति को सुदृढ करने के लिए सभी सहकारी बैंकों को व्यक्तिगत ऋण, आवास ऋण तथा शिक्षा ऋण भी उचित ब्याज दर पर ग्राहको को उपलब्ध करवाकर बैंक की आय में वृद्धि के प्रयास करने चाहिए इसी क्रम में उन्होने एसएचजी एवं जीएलजी समुहो को ऋण देने पर भी विशेष जोर दिया। बैठक में संभागीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्रीमती गुंजन चौबे तथा सहकारी बैंको के प्रबंध निदेशक उपस्थित रहे।