राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के क्रम में बुधवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट मिनी सभागार में सार्वजनिक स्थलों एवं सड़कों पर विचरण कर रहे निराश्रित/लावारिस गोवंश की समस्या के समाधान हेतु बैठक आयोजित हुई। इसमें नगर निकाय, पंचायती राज, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में जिला कलेक्टर द्वारा सड़कों व सार्वजनिक स्थलों पर निराश्रित गोवंश की समस्या के स्थायी समाधान हेतु विभागवार निर्देश दिए गए।
जिला कलेक्टर के कहा कि नियमानुसार निराश्रित गोवंश को पकड़कर गोशालाओं/कांजी हाउस में स्थानांतरित करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। नगर निगम अपने क्षेत्र को स्ट्रे कैटल फ्री जोन घोषित करें तथा गोवंश पकड़ने हेतु विशेष वाहन व दल गठित किए जाएं तथा जुर्माना आदि कार्रवाई की नियमित मोनिटरिंग की जाए।
ग्राम स्तर पर समितियां गठित कर गोवंश के नियंत्रण एवं नियोजन की जिम्मेदारी निभाएं। राजमार्गों पर आवारा गोवंश की आवाजाही रोकने हेतु आवश्यक बैरिकेट्स लगाए जाएं। जहां निराश्रित पशुओं की अधिकता है, वहां सावधानी हेतु चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं। गोवंश को नियंत्रित करने हेतु कैटल कैचर वाहन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। दुर्घटनाग्रस्त गोवंश को तुरंत प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंश की नसबंदी एवं टीकाकरण का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। मादा बछड़ों में जन्म दर नियंत्रण हेतु सेक्स सॉटेड सीमन का उपयोग बढ़ाया जाए। रोगग्रस्त अथवा घायल गोवंश को तत्काल चिकित्सा सुविधा एवं आश्रय प्रदान किया जाए। निराश्रित गोवंश से दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु यातायात व्यवस्था में सुधार किया जाए। संवेदनशील मार्गों पर अतिरिक्त गश्त एवं यातायात नियंत्रण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। राज्य सरकार की गोकल्याण योजनाओं से अनुमोदित गोशालाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी क्षमता में वृद्धि की जाए एवं गोशालाओं में चारे व चिकित्सा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी विभाग परस्पर समन्वय से कार्य करें तथा निराश्रित गोवंश की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने स्ट्रीट डॉग्स के संबंध में भी नियमानुसार नियंत्रक उपाय अपनाने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम दीपेंद्र सिंह राठौड़, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना, उप निदेशक पशुपालन डॉ सुरेश जैन सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।