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वन एवं पर्यावरण मंत्री ने ली समीक्षा बैठक ग्रामवासियों को जंगल से जोड़ें, तभी रहेगा पारिस्थितिकी संतुलन - वन मंत्री श्री संजय शर्मा

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13 Aug 25
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वन एवं पर्यावरण मंत्री ने ली समीक्षा बैठक ग्रामवासियों को जंगल से जोड़ें, तभी रहेगा पारिस्थितिकी संतुलन - वन मंत्री श्री संजय शर्मा

उदयपुर :  प्रदेश के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा ने कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित और सुरक्षित रखने के लिए आमजन की सहभागिता जरूरी है। इसलिए ग्रामवासियों को जंगल से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। ग्रामवासी अपने आसपास के जंगल से जुड़े तो लोगों की पर्यावरण के प्रति आत्मीयता बढ़ेगी और जंगल की सुरक्षा भी स्वतः ही हो जाएगी।

श्री शर्मा मंगलवार को उदयपुर प्रवास के दौरान जिला परिषद सभागार में विभागीय योजनाओं की प्रगति संबंधी समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, जिला कलक्टर नमित मेहता, समाजसेवी गजपालसिंह, पुष्कर तेली, रविन्द्र श्रीमाली भी उपस्थित रहे। प्रारंभ में मुख्य वन संरक्षक सेडूराम यादव एवं सुनील छिद्री ने मंत्री श्री शर्मा का स्वागत किया। उप वन संरक्षक मुकेश सैनी व अजय चित्तौड़ा तथा उप वन संरक्षक वन्यजीव यादवेंद्रिंसह ने पीपीटी के माध्यम से विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। इसमें विभागीय बजट घोषणाओं की प्रगति, विभागीय योजनाओं कैम्पा, आरएफबीसी, नाबार्ड और राज्यनिधि के माध्यम से कराए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। वन मंत्री ने विभागीय कार्य मण्डल उदयपुर के माध्यम से बांस हार्वेस्टिंग व विदोहन से जुड़े कामों की भी समीक्षा की। उन्होंने वन्यजीव गणना, वन क्षेत्र में आमजनी की घटनाओं, नर्सरी में पौध तैयार करने के कार्यों आदि पर भी विस्तार से चर्चा की।
वन मंत्री ने राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल मण्डल की विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। साथ ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत उदयपुर में प्रस्तावित डिजिटल प्लानिटोरियम की प्रगति की भी जानकारी ली। बैठक में सीईओ जिला परिषद रिया डाबी, पूर्व मुख्य वन संरक्षक आर के जैन, प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी शरद सक्सेना, मुख्य जिला शिक्षाधिकारी प्रतिभा गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक आदित्य सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

हरयाळो राजस्थान में उदयपुर प्रदेश में तीसरे स्थान पर
बैठक के दौरान उप वन संरक्षक श्री सैनी ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान हरयाळो राजस्थान के तहत उदयपुर जिले की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि उदयपुर में 44 लाख के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 38 हजार 65 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं तथा उदयपुर प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। आगामी 15 दिन में शेष प्लाटेंशन भी पूर्ण कर लिया जाएगा। वन मंत्री ने विभागवार आवंटित लक्ष्य एवं प्रगति की समीक्षा की। इसमें कम उपलब्धि वाले विभागीय अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए कार्य की गति बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।

पेड़ लगाए, सेल्फी लें और पाएं सर्टिफिकेट
वन मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि पौधारोपण एवं उनके संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए हरयाळो राजस्थान पोर्टल पर सेल्फी और सर्टिफिकेट सुविधा जोड़ी गई है। आमजन पौधारोपण करके पोर्टल पर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। साथ ही पोर्टल से डिजिटल सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर आमजन को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने के निर्देश दिए।
 
प्रशासनिक निगरानी में कराएं जांच, तय करें जिम्मेदारी
श्री शर्मा ने सज्जनगढ़ लॉयन सफारी के कार्य की जानकारी ली। इसमें अधिकारियों ने बताया कि लॉयन सफारी के लिए 2200 मीटर की फेसिंग की जानी है, उसमें से 1900 मीटर काम हो चुका है। पूर्ण हुए कार्य में से गत मई माह में करीब 300 मीटर की फेसिंग गिर गई थी, जिसकी जांच चल रही है। इस पर मंत्री श्री शर्मा ने तीन माह में भी जांच नहीं होने पर नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि यह छोटा मामला नहीं है। यदि सफारी शुरू होने के बाद फेसिंग गिरती और वन्यजीव उस एरिया से बाहर आ जाते तो क्या स्थिति बनती। यह मोनिटरिंग की भी लापरवाही का सूचक है। उन्होंने निष्पक्ष और त्वरित जांच करते हुए संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला कलक्टर नमित मेहता को विभागीय जांच की निगरानी के लिए प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त करने को कहा।

अमरख महादेव लेपर्ड सफारी के काम में लाएं गति
वन मंत्री श्री शर्मा ने बजट घोषणा अमरख महादेव लेपर्ड सफारी की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अपेक्षित प्रगति नहीं पाए जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए इस काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी का बजट घोषणाओं को जल्द से जल्द मूर्त रूप देने पर फोकस है। विभागीय स्तर पर किसी प्रकार की कौताही नहीं बरती जाए।

जंगलों में छोटे जानवरों की संख्या बढ़ाने पर करें फोकस
बैठक में वन्यजीवों के आबादी क्षेत्र में आने तथा मवेशियों और इंसानों पर हमले की घटनाओं पर भी चर्चा की गई। मंत्री ने वर्ष वार हुई इस तरह की घटनाओं की समीक्षा करते हुए आहत लोगों के लंबित मुआवजा प्रकरण जल्द से जल्द निस्तारित कर राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जंगलों में छोटे जानवरों की संख्या बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार करते हुए उसके लिए प्रयास तेज करने की भी आवश्यकता जताई।

विधायकों व जनप्रतिनिधियों ने बताई समस्याएं, दिए सुझाव
बैठक में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने शहर के आसपास की पहाड़ियों के संरक्षण की आवश्यकता जताई। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने हिंगलाज माता मंदिर व क्षेत्र में डीएमएफटी मद से स्वीकृत कार्यों को जल्द पूर्ण कराने, उंदरी स्कूल तथा हवाला सज्जनगढ़ रोड़ सड़क आदि को लेकर लंबित अनापत्ति का विषय रखा। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से वस्तु स्थिति की जानकारी लेकर जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही कराने के निर्देश दिए। विधायक श्री मीणा ने दक्षिणी विस्तार क्षेत्र में वन विभाग की जमीन को गुलाब बाग की तज पर हरे भरे क्षेत्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता जताई।

ग्राम वन विकास एवं प्रबंधन समिति गठन में रखें पारदर्शिता
वन मंत्री श्री संजय शर्मा ने ग्राम वन विकास एवं प्रबंधन समितियों के गठन की स्थिति की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने समिति गठन के संबंध में स्थानीय सांसद-विधायकों को अवगत कराते हुए पूर्ण पारदर्शिता बरतने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि समितियों में बरसों से पदाधिकारी रिपीट होने की शिकायतें आती हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी समितियों का सोसायटी एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन और ऑडिट भी सुनिश्चित कराने के लिए पाबंद किया। वन मंत्री ने विलायती बबूल उन्मूलन के लिए पाली जिले की तर्ज पर कार्य करने, विभागीय गेस्ट हाउस के आवश्यकतानुसार जीर्णोद्धार प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के भी निर्देश दिए।


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