राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा मे संभाग स्तरीय राजा राममोहन रॉय जयंती समारोह को दिनांक 22 मई 2025 को राष्ट्रीय सार्वजनिक पुस्तकालय दिवस के रूप मे मनाया गया | जिसकी थीम रही – “वर्तमान सामाजिक परिप्रेक्ष्य में राजा राममोहन राय की प्रासंगिकता “जो वर्तमान समय में उनके विचारों की महत्ता को रेखांकित करती है। |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वामित्र दाधीच, वरिष्ठ गीतकार एवं उपन्यासकार ( केंद्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली से पुरुस्कृत), अध्यक्षता राजू गुप्ता, पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी फेदर लाईट समूह भारत, अति विशिष्ट अतिथि व मुख्य वक्ता डा विवेक कुमार मिश्र प्रोफेसर हिन्दी राजकीय कला महाविधालय कोटा , विशिष्ठ अतिथि डा विनोद जैन भूतपूर्व निदेशक राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर, गेस्ट ऑफ ऑनर मुकुट मणिराज वरिष्ठ गीतकार एवं पूर्व सलाहाकार केंद्रीय साहित्य अकादमी राजस्थानी भाषा नई दिल्ली, आमन्त्रित अतिथि मिस ग्रांड इण्डिया टॉप 10 केनटेसटेंट मे से न. 1 विशाखा कंवर ,अश्विनी त्रिपाठी युवा शायर, कार्यक्रम संचालन नहुष व्यास युवा साहित्यकार रहे |
उदघाटन भाषण डा दीपक कुमार श्रीवास्तव मण्डल पुस्तकालय अध्यक्ष राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा ने दिया | उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि - “राजा राममोहन राय केवल भारत के नवजागरण के अग्रदूत ही नहीं थे, बल्कि वे सामाजिक परिवर्तन और पुस्तकालय आंदोलन के प्रेरणा स्रोत भी हैं। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, विशेषकर जब समाज आधुनिकता और परंपरा के बीच संतुलन खोज रहा है।”
मुख्य अतिथि विश्वामित्र दाधीच ने अपने उद्बोधन में कहा: “राजा राममोहन राय ने जिस सामाजिक चेतना की नींव रखी, आज पुस्तकालय उसी चेतना का जीवंत माध्यम बनकर उभर रहे हैं। साहित्य और पुस्तकालय समाज की आत्मा हैं।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये राजू गुप्ता ने कहा कि - “सूचना और ज्ञान के लोकतंत्रीकरण में सार्वजनिक पुस्तकालयों की भूमिका निर्णायक है। यह संस्थाएं विचारों के लोकतंत्र की नींव हैं।”
मुख्य वक्ता एवं अति विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. विवेक कुमार मिश्र ने कहा कि -“राजा राममोहन राय के सामाजिक विचारों की आज के संदर्भ में व्याख्या आवश्यक है, विशेषकर जब समाज पुनः रूढ़ियों की ओर लौटता दिख रहा है। पुस्तकालय इस विमर्श के सशक्त मंच हैं।”
विशिष्ट अतिथि: डॉ. विनोद जैन ने कहा कि “वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सामाजिक न्याय के लिए पुस्तकालयों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी – यही राजा राममोहन राय की विचारधारा की सच्ची विरासत है।”
गेस्ट ऑफ ऑनर मुकुट मणिराज ने कहा कि - “राजस्थानी साहित्य और लोकसंस्कृति को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए जो मंच पुस्तकालय प्रदान करते हैं, वह अद्वितीय है। ‘गाँव और अम्मा’ जैसे काव्य संग्रहों की आत्मा इन्हीं पुस्तकालयों में जीवित रहती है।”
आमंत्रित अतिथि मिस विशाखा कंवर ने कहा कि - “ज्ञान, संस्कृति और सशक्तिकरण का आधार पुस्तकालय हैं। युवाओं को यहाँ से जुड़ना चाहिए।” इसी मौके पर युवा शायर अश्विनी त्रिपाठी ने कहा कि - “किताबें केवल शब्द नहीं होतीं, वे समाज का सच और बदलाव का रास्ता दिखाती हैं।”
कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन युवा साहित्यकार नहुष व्यास ने किया, जिन्होंने विषयवस्तु के साथ वक्ताओं को जोड़ते हुए साहित्यिक गहराई और सजीवता प्रदान की।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. शशि जैन, संदर्भ पुस्तकालय अध्यक्ष, ने आभार प्रदर्शन किया। उन्होंने सभी अतिथियों, वक्ताओं, आमंत्रितों, पुस्तकालय कर्मचारियों एवं पाठक समुदाय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि - “पुस्तकालय न केवल ज्ञान का भंडार हैं, बल्कि सामाजिक संवाद और सांस्कृतिक जागरण का केंद्र भी हैं।”
सार्वजनिक पुस्तकालय गौरव सम्मान एवं अभिनंदन -2025
ख्यात वरिष्ठ गीतकार मुकुट मणिराज को केंद्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली से उनकी पुस्तक – गाँव और अम्मा के लिए राजस्थानी भाषा के सर्वोच्च पुरूस्कार से सम्मानित होने पर राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा द्वारा सम्मानित किया गया |
इनका हुआ सम्मान –
सार्वजनिक पुस्तकालय सेवाओ को लाभ उठाकर , राजकीय सेवा मे चयन हेतु बनारस हिन्दू विषविधालय मे नर्सिंग ऑफिसर पर चयन हेतु पायल बैरवा को, कनिष्ठ लेखाकार पद पर चयन हेतु जतिन अरोड़ा , सुरेन्द्र मेघवाल एवं पुस्तकालय अध्यक्ष द्वितीय श्रेणी पद पर चयन हेतु धीरज वैष्णव को सार्वजनिक पुस्तकालय गौरव सम्मान -2025 से सम्मानित किया गया |
रीडींग एण्ड ब्राउजिंग एक्सीलेंस की 6 प्रमुख केटेगरीज़ मे बेस्ट रीडर ऑफ दी ईयर अवार्ड डा अजय कुलकर्णी (एल 264) मोस्ट फ्रेक्युंट विजीटर – कन्हैया लाल गोचर (एल 294), टॉप बोरोवर अवार्ड –शेलेन्द्र शर्मा (ए60), कनसीसटेंट रीडर एवार्ड – अजीत सिंह सिंघवी (ए102), यंग रीडर चेंपीयन ( फॉर चिल्ड्रंस/ टींस) गौरव शर्मा (ए 110), सीनीयर रीडर अवार्ड से बिगुल कुमार जैन (एल 1272) को सम्मानित किया|
एंगेजमेंट एण्ड पार्टीसीपेशन की 4 प्रमुख केटेगरीज़ मे अस्थायी रूप से अक्षम रोगीयों की पुस्तकालय सेवा के लिए लाईब्रेरी एंबेसडर एवार्ड नरेंद्र शर्मा, एक्टीव पार्टीसीपेंट इन लाइब्रेरी इवेंट एवार्ड नव्या शर्मा , बेस्ट लाईब्रेरी वोलीएंटर एवार्ड संतोष कश्यप (एल 960) , फेमीली रीडींग एवार्ड पल्लवी जैन , विजय कुमार जैन आरव एवं आधविक को दिया गया |
स्पेशियल इन्टरेस्ट एण्ड कन्ट्रीब्यूशन की 6 प्रमुख केटेगरीज़ मे एकेडमिक एवं शोध के लिए नॉलेज सीकर एवार्ड डा मधुसूदन चौधरी , क्रिएटीव यूजर अवार्ड योगेंद्र सिंह तंवर , डीजीटल नेवीगेशन एवार्ड रामनिवास धाकड़ , इंक्लूसिव चंपीयन एवार्ड अरविंद सक्सेना को सम्मानित किया गया |
चिल्ड्रंस रीडर स्टार एवार्ड प्रस्तुति , टीन लाईब्रेरी आयकन एवार्ड दीक्षा नागर , बेस्ट स्टोरी लिशनर एवार्ड विदुषी राज सुवालका, स्कूल लाईब्रेरी सपोर्टर मुकेश जांगीड को सम्मानित किया गया |
स्पेशियल रिकोग्नीशन केटेगरी की 4 प्रमुख केटेगरीज़ मे कम्यूनिटी रीडींग चेम्पियन अवार्ड गणेश जांगीड , रीडींग अंगेस्ट ऑड़स अवार्ड शिवाली चोपरा , विजुयली इमेयर्ड रीडर एवार्ड अर्पित जैन , लाईफटाईम लाईब्रेरी यूजर एवार्ड नारायण लाल शर्मा को दिया गया |