जैसलमेर, जिला प्रभारी सचिव व महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न हुई स्थिति, राहत व बचाव कार्यों की प्रगति एवं विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
जिला प्रभारी सचिव सोनी ने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी, राहत कार्यों की प्रगति एवं समय पर सहायता उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने गिरदावरी, फसल नुकसान, बीमा दावों व मुआवजा प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को शीघ्र राहत मिले, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें। इस दौरान पशुहानि, मृत पशुओं के लिए मुआवजे, चारा आपूर्ति एवं पशु चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता पर भी विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को किसी भी प्रकार की कमी न रहे ऐसा प्रबंध सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने पंच गौरव, योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि इन योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंचे। साथ ही, उन्होंने कहा कि यह योजनाएं प्रदेश सरकार की प्राथमिकता हैं एवं इनका प्रभावी क्रियान्वयन प्रशासन की जिम्मेदारी है।
प्रभारी सचिव सोनी ने गाँव चलो अभियान, शहर चलो अभियान एवं सहकारिता सदस्यता अभियान की तैयारियों पर चर्चा करते हुए अभियानों में जनभागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन अभियानों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए, ताकि योजनाओं का व्यापक लाभ आमजन को मिल सके। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जमीनी स्तर पर जाकर स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि हर जरूरतमंद को समय पर राहत व सहायता उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि कोई भी प्रभावित व्यक्ति मदद से वंचित न रहे। साथ ही, उन्होंने कहा कि प्रशासन की सक्रियता से ही राहत कार्यों की पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित होगी।
इस अवसर पर जिला कलक्टर प्रताप सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर परसा राम सैनी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी, उपखंड अधिकारी सक्षम गोयल सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।