प्रदेश का एकमात्र कोटा शहर,जहाँ नेत्रदानी परिवारों को सम्मानित करेगी ग्रामीण पुलिस

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20 Aug 25
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प्रदेश का एकमात्र कोटा शहर,जहाँ नेत्रदानी परिवारों को सम्मानित करेगी ग्रामीण पुलिस


ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्रदान अंगदान और देहदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन विगत 14 वर्षों से लगातार प्रयास रत है । यही कारण है कि संस्था ने नेत्रदानी नगरी कोटा और आसपास के 200 किलोमीटर के दायरे तक, नेत्रदान अंगदान देहदान की अलख जगा दी है।

EBSR के बीबीजे चैप्टर के कोऑर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि,संस्था प्रारंभ से ही प्रयास कर रही है कि,शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के सेवा कार्यों की बढ़ोतरी हो एवं दान करने वाले परिवारों को शहर,समाज,राज्य एवं देश में एक अलग पहचान मिल सके । इस उद्देश्य से थोड़े समय पहले भी, संस्था ने अपने नवाचारों के माध्यम से, अंगदान करने वाले परिवारों को राजस्थान में कोटा से निजी बस में निःशुल्क यात्रा, एवं नेत्रदान और देहदान करने वालों को बस के टिकट में 20% की छूट का प्रयास किया है । इसी क्रम में, ग्रामीण क्षेत्रों में रूढ़िवादिता और भ्रांतियों को खत्म कर धीरे-धीरे कई परिवार अब नेत्रदान के कार्य के प्रति सकारात्मक सोच रखने लगे हैं ।

नेत्रदानी परिवारों से अन्य लोग भी प्रेरणा लें और साथ ही दाता परिवार को शहर,कस्बे में एक विशेष पहचान मिले,इस उद्देश्य से शाइन इंडिया फाउंडेशन के अनुरोध पर,ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने अपने कार्य क्षेत्र में आने वाले सभी 18 थानों के चार वृताधिकारी और 18 थानाधिकारियों को आदेशित किया है कि, आपके कार्यक्षेत्र में होने वाले नेत्रदानों के उपरांत संस्था द्वारा उपलब्ध कराए गए नेत्रदानी प्रशस्ति पत्र को शोकाकुल परिवार की तीये बैठक में या घर जाकर परिवार के सदस्यों को सम्मानित करना होगा ।

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने कहा कि, सामाजिक कार्यों और दान करने वालों को जनमानस में प्रेरणा,विशेष पहचान व खास दर्जा मिल सके, इसलिए उनका विभाग हमेशा प्रयासरत रहेगा । ऐसे परिवारों को सम्मानित करना हमारे लिए भी गर्व की बात है ।


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