मेले के शुभारंभ में श्री पंत ने बताया कि इस मेले से दिल्ली में रह रहे अप्रवासी राजस्थानियों सहित राजधानीवासियों को राजस्थान की रंगारंग शैली, सांस्कृतिक विरासत, हस्तकला से निर्मित उत्पाद, पारंपरिक संगीत, नृत्य, स्वादिष्ट व्यंजन और संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थानी हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आनलाईन खरीदारी हेतु सरकार द्वारा विशेष ‘राजसखी ऐप/पोर्टल’ बनाया गया है जहां पर स्थानीय कारीगर अपने सामान को देश दुनिया में बिक्री के लिए प्रदर्शित कर सकते हैं। श्री पंत ने कहा कि राजीविका, रूडा स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर राजस्थानी हैंडीक्राफ्ट को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बेहतर कार्य कर रही हैं।
आवासीय आयुक्त श्री जोगाराम ने बताया कि ‘तीज उत्सव हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का उत्सव है। यह राजस्थान की रंगारंग कला और शिल्प को एक अनूठा मंच प्रदान करता है, जहां कलाकार अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन करते हैं।
इस अवसर पर राजीविका की स्टेट मिशन डायरेक्टर श्रीमती नेहा गिरि ने कहा कि इस हैंडीक्राफ्ट मेले में राजीविका द्वारा उत्कृष्ट कला और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह क्रॉफ्ट मेला केवल एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि राजस्थान की महिला शिल्पकारों के कौशल और रचनात्मकता का उत्सव है। यह उन्हें एक व्यापक दर्शकों तक पहुंचने और आजीविका को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
अतिरिक्त आवासीय आयुक्त श्रीमती अंजू ओमप्रकाश ने बताया कि प्रातः 11 बजे से 9 बजे तक चलने वाले इस उत्सव में प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रमों प्रस्तुत किए जाएंगे। 24 जुलाई को मेंहदी रैंप वाॅक, राजस्थानी नृत्य और गायन प्रतियोगिता, 28 जुलाई को लैमन स्पून रेस, रस्साकसी और 29 जुलाई को खो-खो और टरबन टाई प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
मुख्य सचिव को रूमा देवी ने बांधी राखी
उत्सव के अवलोकन के समय प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर श्रीमती रूमा देवी ने मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत को राखी बांधकर तीजोत्सव एवं रक्षाबंधन की बधाई भी दी।
राजस्थान पर्यटन द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
तीजोत्सव के शुुभारंभ के उपरांत राजस्थान पर्यटन द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक श्री छतरपाल यादव ने बताया कि राजस्थान के विभिन्न अंचलों से आए लोक कलाकारों ने मशक वादन, खडताल वादन, रिम भवई नृत्य, मयूर नृत्य, फूलों की होली, चरी और घूमर नृत्य, भपंग वादन पर अपनी प्रस्तुतियां प्रस्तुत कर सभी आगंतुकों को मनमोह लिया। उन्होंने बताया कि 27 व 28 जुलाई को भी सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा।
इस शुभारंभ अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री वी. श्रीनिवास, श्री नरेश पाल गंगवार, श्रीमती श्रेया गुहा, श्री रोहित कुमार, श्री आशुतोष पैडनेकर, श्री सिद्धार्थ महाजन, श्री पी.सी किशन, श्रीमती मनीषा अरोड़ा भारतीय पुलिस सेवा की सुश्री के.वी.वंदना, सुश्री प्रीति जैन, श्री राजेश निर्वाण, श्री आदर्श सिद्धू, श्री विजय मीणा, श्री मुकुट बिहारी तथा पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के आवासीय आयुक्त भी उपस्थित थे।