चित्तौड़गढ़ निवासी 75 वर्षीय पेशे से किसान मोहनलाल (परिवर्तित नाम) को 6 माह पूर्व खेत में काम करते समय बाई आंख में चोट लग गई, जिसके पश्चात् आंख की रोशनी चली गई। रोगी के परिवार वाले रोगी को कई अस्पताल लेकर गए लेकिन इलाज में सफलता नहीं मिली|
रोगी को सर्वसुविधा युक्त गीतांजली हॉस्पिटल, जाने की सलाह दी गयी| यहां नेत्र रोग विभागाध्यक्ष सर्जन डॉ लीपा मोहंती ने रोगी की संपूर्ण जांच कर पाया कि उसकी बाईं आंख का कॉर्निया जो सामान्यतः पारदर्शी होता है पूरी तरह सफेद हो चुका था| रोगी को तुरंत भर्ती कर बाएं आंख में कॉर्निया ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन कर रोगी को आंख की रोशनी वापस दिलाई| इस जटिल सर्जरी को “पेनिट्रेटिंग केराटोप्लास्टी” भी कहा जाता है| इस सफल ऑपरेशन को करने वाली टीम में डॉ लीपा मोहंती, रेजिडेंट डॉ अभिषेक, डॉ गोविंद व नर्स तरुणा माली शामिल हैं|
रोगी अब पूर्णतया स्वस्थ है , उसको आँख की रोशनी पुनः मिल गयी है| रोगी ने गीतांजली हॉस्पिटल, उदयपुर व ऑपरेशन करने वाली टीम को आभार व्यक्त किया|
गीतांजली हॉस्पिटल,उदयपुर के नेत्र रोग विभाग में सभी एडवांस तकनीके व संसाधन उपलब्ध हैं जिससे जटिल से जटिल समस्याओं का निवारण निरंतर रूप से किया जा रहा है।