विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान का १०१वां समारोह आज भव्य रूप में मनाया जाएगा। विद्या प्रचारिणी सभा के मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह आगरिया ने बताया की भूपाल नोबल्स संस्थान का जो पौधा ०२ जनवरी, १९२३ के दिन लगाया गया था वो आज वटवृक्ष का रूप ले चुका है। ०४ विद्याार्थियों और ०२ अध्यापकों से षुरू हुई संसथान आज लाखों विद्यार्थियों को षिक्षा दे चुकी हैं, जो भारत ही नही सम्पूर्ण विष्व में विष्व के क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा अनुसार उच्च पदों पर आसीन है। इस षताब्दीक समारोह का हिस्सा होने के नातें मैं सुखद अनुभव कर रहा हूँ साथ ही उन सभी पूर्व छात्र- छात्राओं का अग्रणी रहकर स्वागत करते हुए गौरव का बोध हो रहा है। मैं उन सभी के प्रति कर्तज्ञता अर्पित करता हूँ जिन्होने संस्थान में अपनी सेवा प्रदान की है । इस उत्सव समारोह में प्रतिवेदन के रूप में १०० वर्शो की क्रमिक यात्रा का सम्पूर्ण विवरण प्रस्तुत होगा।
संस्थान के प्रबन्ध निदेषक मोहब्बत सिंह रूपाखेडी ने बताया की इस समारोह में आतिथ्य के रूप में ख्यातनाम षिक्षाविद् एवं संस्थान के पूर्व छात्र रहे प्रो. षिवसिंह जी सारंगदेवोत, कुलपति जर्नादन राय नागर विष्वविद्यालय, उदयपुर, प्रो. दरियाव सिंह चुण्डावत, डिप्टी चेयरमेन, राजस्थान हायर ऐज्युकेषन काउन्सिल, प्रो. राजीव जैन, कुलपति राजस्थान विष्वविद्यालय का सुसानिध्य प्राप्त होगा। इस अवसर पर विद्या प्रचारिणी सभा की वर्तमान कार्यकारिणी सहित पूर्व समस्त पदाधिकारी एवं वि.प्र.सभा के सदस्य उपस्थित रहेंगे। रूपाखेडी ने जानकारी देते हुए बताया की यह षताब्दीक समारोह १६ फरवरी, २०२३ तक अनवरत रहेगी।