उदयपुर। राजस्थान के झालावाड़ जिले में आज सुबह एक अत्यंत हृदयविदारक हादसे में सरकारी स्कूल की जर्जर छत गिरने से 7 मासूम बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसा उस समय हुआ जब बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। छत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे पूरी कक्षा मलबे में दब गई। स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन प्रशासन की ओर से राहत दल के पहुंचने में देरी हुई, जिससे जनहानि और अधिक हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार स्कूल भवन की हालत काफी समय से जर्जर थी और इसको लेकर कई बार शिकायत भी की गई थी, लेकिन शिक्षा विभाग और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस घटना पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा:
"सरकारी स्कूलों की बदहाली ही राजस्थान की असली तस्वीर है। विकास सिर्फ पोस्टरों, आंकड़ों और बजट भाषणों में है, लेकिन ज़मीन पर मासूम बच्चों की लाशें बिछ रही हैं। यह हादसा नहीं, सिस्टम की नृशंस हत्या है। इसके लिए जिम्मेदार अफसरों और विभागीय लापरवाहियों पर कड़ी सजा होनी चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा:
"यह सरकार सिर्फ योजनाओं के नाम बदलने और प्रचार में व्यस्त है। लेकिन जिन स्कूलों में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं, उनकी मरम्मत और सुरक्षा को लेकर कोई इच्छाशक्ति नहीं है। अगर समय पर उचित मरम्मत करवा दी जाती, तो आज 7 घरों में मातम नहीं होता।"
पंकज कुमार शर्मा ने सरकार से मृतकों के परिजनों को शीघ्र व पर्याप्त मुआवजा देने और घायलों के लिए उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा की मांग की है। साथ ही उन्होंने मांग की है कि पूरे राज्य के सरकारी स्कूल भवनों की तत्काल जांच कराई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।