स्ंायुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत राजस्थान राज्य सहकारी संघ, जयपुर एवं दी उदयपुर सेन्ट्रल को -ऑपरेटिव बैंक लि. के संयुक्त तत्वाधान में एम पेक्स के प्रबंधकारिणी सदस्यों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं जागरुकता चौपाल का आयोजन बैंक प्रधान कार्यालय के सभागार में किया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में सहकारिता विभाग, खण्ड - उदयपुर के क्षेत्रीय अकंक्षेण अधिकारी श्री आशुतोष भट्ट एवं बैंक प्रबंध निदेशक श्री अनिमेष पुरोहित ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं राजस्थान राज्य सहकारी संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री इन्दर सिंह का पुष्प्पगुच्छ भेंट करके स्वागत किया। श्री पुरोहित ने अपने स्वागत उद्बोधन में पधारे हुए सभी प्रबंधकारिणी सदस्यों से प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताए जाने वाले बिन्दुओं का उपयोग समिति की क्षमता संवर्धन करने में किए जाने का निवेदन किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में राजस्थान राज्य सहकारी संघ, जयपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री इन्दर सिंह ने सभा को संबोधित किया। श्री सिंह ने अपने व्यक्तव्य के आरंभ में भारत में सहकारिता आंदोलन की उपादेयता पर चर्चा की। उन्होने गुजरात के डेयरी मॉडल का उदाहरण देते हुए श्री त्रिभुवनदास एवं श्री वर्गिस कुरियन की कार्यप्रणाली की व्याख्या की और समिति संचालक मण्डल के सदस्यों से उसी अभिप्रंेरणा एवं कार्य योजना के साथ कार्य करने के लिए सुझावित किया। श्री सिंह ने बताया कि सहकारी बैंको ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में महती भूमिका निभाई है, अतः ग्राम सेवा सहकारी समितियों की जिम्मेदारी बनती है, कि भविष्य में भी समितियॉ ग्रामीण परिवेश के प्रत्येक जन तक सहकारिता का लाभ पहुंचाने में भागीदार बने।
कार्यक्रम के द्वितिय सत्र में राजस्थान राज्य सहकारी संघ के प्रशिक्षक श्री शिवराज शर्मा ने गांवों में सहकारी सस्थाओं के प्र्र्रकार एवं उनकी उपादेयता पर प्रकाश डाला। श्री शर्मा ने सहकारी समितियो के प्रबंध मण्डल के गठन पर चर्चा करते हुए उनकी समिति के प्रति जिम्मेदारियों की व्याख्या की तथा प्रबंध मंडल सदस्यों से सभी जिम्मेदारियो का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया ।
सहकारिता विभाग, खण्ड - उदयपुर की अतिरिक्त रजिस्ट्रार महोदया श्रीमती गुन्जन चौबे ने पधारे हुए प्रबंध मंडल सदस्यों से समिति के संचालन में तकनीक का सर्वाधिक प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। अपने उद्बोधन में क्षेत्रीय अकंक्षेण अधिकारी श्री आशुतोष भट्ट ने बताया कि किस तरह से सहकारी समितियां सहकार से समृद्धि के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर समिति की वित्तिय को सुदृढ कर सकती है। जिले के उप रजिस्ट्रार श्री लोकेश जोशी ने प्रतिभागियों को सभी कार्य सहकारिता नियम एवं कानून के दायरे में रहकर करने को कहा।
कार्यक्रम के दौरान उदयपुर सहकारी उपभोक्ता थोक भंडार के महाप्रबंधक ड़ॉ प्रमोद कुमार, विशेष लेखा परीक्षक श्री कोटिल्य भट्ट, उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. के कार्यक्षेत्र की समितियों के 100 से अधिक प्रबंध मंडल सदस्य तथा बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रमें के अन्त में बैंक की अधिशाषी अधिकारी ड़ॉ मेहजबीन बानों ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा सम्पुर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ धर्मेश मोटवानी ने किया।