उदयपुर, राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद द्वारा राणा पुंजा सेवा यात्रा जयपुर के सहयोग से एक दिवसीय चिकित्सा शिविरों का आयोजन दूरस्थ जनजाति क्षेत्र में किया जिसमें 1783 रोगियों का निःशुल्क उपचार किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां भारती की पूजा अर्चना की मंच पर अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के पश्चिम उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री विपुल भाई पटेल राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष थावरचंद डामोर, प्रांत चिकित्सा आयाम प्रमुख डॉ. राजेश मलिक एन.एम.ओ. से डॉक्टर नीलेश डॉक्टर राजकुमार रहे।
अतिथियों का परिषद की ओर से उपर्णा उढाकर स्वागत किया।
डॉ. नीलेश ने बताया राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद जनजाति समाज की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रही है। परिषद् में लगे कार्यकर्ता पूर्ण समर्पण भाव से जनजाति समाज के उत्थान में लगे हुए है। इन चिकित्सा शिविरों के माध्यम से सूदूर वन क्षेत्र में रहने वाले जनजाति समाज की सेवा का अवसर हमें मिला यह हमारे लिये सौभाग्य की बात है। जब भी परिषद हमें इस प्रकार का अवसर हेतु आवहान करेगी हम सब डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ पूर्ण तन, मन धन से सेवा के लिए तत्पर रहेगें। चिकित्सा शिविरों में जनजाति क्षेत्र में ’माताओं में खून की कमी’ बहुत देखी गयी है और ’कुपोषण’ की भी शिकार हैं। अतः उनके लिये स्थानीय प्रशासन को ध्यान दिलाने की आवश्यकता है। क्षेत्र में मौसमी बिमारिया बहुत चल रही है ’चर्म रोग’ के भी काफी रोगी पाये गये। प्रशासन चिकित्सा विभाग के माध्यम से सूदूर क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से चिकित्सा शिविर का आयोजन कर उनको राहत प्रदान की जा सकती है। चिकित्सा शिविर सम्पन्न कर सभी डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ कार्यालय पहुंचे उनका परिषद के पदाधिकारियों ने उपरणा ओढाकर सम्मान किया।
विपुल भाई ने परिषद की संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि परिषद का कार्य ईश्वरीय अधिष्ठान है। जनजाति समाज के सर्वंगीन विकास के लिए 14 आयामो के माध्यम से परिषद कार्य करती है। कार्यक्रम में प्रदेश संगठन मंत्री जगदीश कुलमी भी मौजूद रहे।