गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में RAMAS 2025 का सत्रहवाँ वार्षिक अधिवेशन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस दो दिवसीय अधिवेशन में देश-विदेश से ख्यातनाम लेप्रोस्कॉपिक एवं रोबोटिक सर्जनों ने भाग लिया। अधिवेशन के अध्यक्ष डॉ. संजीव अग्रवाल, सह-अध्यक्ष डॉ. अजय चौहान एवं सचिव डॉ. मोहित कुमार बडगुर्जर ने बताया कि RAMAS 2025 का उद्देश्य शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में दूरबीन विधि (लेप्रोस्कॉपिक सर्जरी) और रोबोटिक तकनीक से संबंधित अत्याधुनिक शल्य प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करना है।
गीतांजली ग्रुप, रामास और उदयपुर सर्जिकल सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित इस सत्रहवें वार्षिक अधिवेशन में देश के विभिन्न राज्यों से 400 से अधिक शल्य चिकित्सकों ने भाग लिया। रामास के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक माथुर, वर्तमान अध्यक्ष डॉ. उमेश दत्त शर्मा और सचिव डॉ. सुनील कट्टा का इस आयोजन में विशेष योगदान रहा।
अधिवेशन के वैज्ञानिक सत्रों में डॉ. सुधीर श्रीवास्तव (भारतीय रोबोट SSI मंत्रा के अविष्कारक), डॉ. पवनिंदर लाल (दिल्ली), डॉ बी. रमना (ऑस्ट्रैलिया) डॉ. राजेश भोजवानी (जयपुर), डॉ. मनीष बैजल (दिल्ली), डॉ. संजय सोनार (मुंबई), डॉ. गणेश शिनोय (बैंगलौर), डॉ. विशाल सोनी (अहमदाबाद) जैसे प्रतिष्ठित सर्जनों ने विभिन्न प्रकार की लेप्रोस्कॉपिक एवं रोबोटिक शल्य क्रियाओं का प्रदर्शन किया और उन पर गहन चर्चा की। अधिवेशन में SSI मंत्रा द्वारा लगाई गई रोबोटिक बस विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जहाँ उपस्थित सर्जनों ने रोबोट पर शल्य प्रक्रिया का अभ्यास किया।
इस अधिवेशन के माध्यम से सर्जनों को दूरबीन एवं रोबोटिक शल्य प्रक्रिया की नवीनतम तकनीकों का सीधा अनुभव प्राप्त हुआ, जिससे उदयपुर सहित पूरे क्षेत्र के मरीजों को अत्याधुनिक उपचार सुविधाओं का लाभ मिलेगा।