उदयपुर सामाजिक सेवा और मानव कल्याण के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए 79 वर्षीय स्वर्गीय शंकरलाल दक जैन का आज सुखलेचा परिवार ने अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज, सिविल अस्पताल, अहमदाबाद में देहदान एवं नेत्रदान करया।
यह अहमदाबाद जैन समाज का प्रथम देहदान, सुखलेचा परिवार का 10वां देहदान एवं लच्छीराम हंजाबाई सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट,उदयपुर द्वारा आयोजित 42वां देहदान है।
शंकरलाल दक का स्वर्गवास कल हो गया था। उन्होंने 15 वर्ष पूर्व स्वयं देहदान एवं नेत्रदान का संकल्प लिया था। इस पुनीत संकल्प को उनके परिजनों ने अत्यंत धैर्य, संयम एवं दृढ़ संकल्प के साथ साकार किया।
इस महान कार्य में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रतन जैन, पुत्र दीपक, कमल, गौरव, पुत्री किरण, दामाद श्री सुधीर कोठारी सहित दक,जैन,सुखलेचा परिवार एवं समाजजनों की भावपूर्ण सहभागिता रही। करीब 1000 लोगों की उपस्थिति में यह प्रेरणादायक क्षण संपन्न हुआ।
सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव गौतम सुखलेचा ने बताया कि पिछले 15 वर्षों में सुखलेचा परिवार द्वारा 10 देहदान किए जा चुके हैं, वहीं सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा यह 42वां देहदान रहा। अब तक ट्रस्ट ने 350 से अधिक देह संकल्प, लगभग 100 नेत्रदान उदयपुर, बेंगलुरु एवं अन्य मेडिकल कॉलेजों में पूर्ण करवाए हैं।
स्वर्गीय शंकरलाल की यह अंतिम इच्छा और उनके परिवार द्वारा निभाया गया यह कर्तव्य समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका यह अमूल्य योगदान आने वाली पीढ़ियों के ेलिए चिकित्सा एवं शोध के क्षेत्र में वरदान सिद्ध होगा।