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मानव विकास और चरित्र निर्माण मे आध्यात्म की महत्वपूर्ण भूमिका- प्रो. उमा शंकर शर्मा

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14 Jan 19
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मानव विकास और चरित्र  निर्माण मे आध्यात्म की महत्वपूर्ण भूमिका- प्रो. उमा शंकर शर्मा

उदयपुर   श्री रामचंद्र मिशन चैन्नई के हार्टफुलनेस संस्थान एवं संयुक्त राज्य सूचना केंद्र भारत एवं भूटान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अखिल भारतीय निबंध लेखन कार्यक्रम २०१८ में उदयपुर के प्रतिभाशाली विजेता विद्यार्थियों को रविवार को एमपीयूएटी के संघटक मात्स्यकि महाविद्यालय में आयोजित समारोह में पुरस्कृत किया गया। हार्टफुलनेस संस्थान उदयपुर केंद्र प्रभारी डॉ राकेश दशोरा ने बताया कि उक्त निबंध लेखन देश के विभिन्न शहरों में स्कूल एवं कॉलेजों के स्तर पर शिक्षण संस्थाओं में मानव मूल्यों एवं संस्कृति को बढाने की दृष्टि से आयोजित किया जाता है। समारोह का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मात्स्यकि महाविद्यालय के नैतिक शिक्षा मंच के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति उमाशंकर शर्मा ने पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के युग में विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक विकास के साथ ही चरित्र  निर्माण मे आध्यात्म की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस कडी में श्री रामचंद्र मिशन चैन्नई का हार्टफुलनेस संस्थान एक कीर्ति स्तंभ की तरह हमारे विद्यार्थियों का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। संस्थान द्वारा आयोजित निबंध कार्यक्रम मे इस वर्ष भी उदयपुर जिले के ७४ निजी व सरकारी शैक्षणिक संस्थानो के विद्यार्थियों ने निबंध लिखकर अपने आध्यात्मिक एवं संस्कारों को शब्दों में पिरोया है। उन्होंने कहा कि यह एमपीयूएटी के लिए हर्ष का विषय है की नौ में से पांच पुरस्कार हमारे विश्वविद्यालय को मिले हैं। उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा की स्वस्थ दिमाग व स्वस्थ शरीर के साथ ही हमें अच्छे संस्कारों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। प्रो शर्मा ने विद्यार्थियों को बधा* देते हुए पढा* के साथ ही सहशैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने की प्रेरणा दी तथा बताया कि विभिन्न नौकरियों में चयन के समय इन बातों पर पूरा ध्यान दिया जाता है।

इन्हें किया पुरस्कृतः

महाविद्यालय वर्ग मे अखिल भारतीय स्तर पर हिदी निबंध लेखन में छठा स्थान प्राप्त करने वाली राजकीय महाराणा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय, उदयपुर की प्रथम वर्ष शास्त्री की छात्रा समसत्या प्रधान को एवं राज्य स्तर इसी महाविद्यालय की मयुरी जैन, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सामुदायिक व व्यावहारिक विज्ञान कालेज की निशा तिवारी, वसुधा चौहान व गुरप्रीत कौर, डेयरी विज्ञान कालेज के रिदम अमेटा व मात्स्यकी महाविद्यालय के चिरायु भटनागर और आरूषि आर्य को ट्राफी व प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। इन विद्यार्थियों ने राज्य स्तर पर प्रथम १० लेखों में स्थान प्राप्त कर इस विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इसी प्रकार विद्यालय स्तर पर सेंट्रल अकेडमी सी.सै. स्कूल हिरन मगरी की छात्रा श्रेया मिश्रा एवं केंदि्रय विद्यालय प्रताप नगर के छात्र गर्वित सोनी को भी सम्मानित किया गया। 

डॉ, दशोरा ने बताया कि इस दौरान ७४ शिक्षण संस्थानों के निबंध मे भाग लने वाले १००० विद्यार्थियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में हार्टफुलनेस मैडिटेशन संस्था के वरिष्ठ प्रशिक्षक व आ* आ* टी कानपुर के पूर्व प्रोफेसर डॉ के के सक्सेना ने उपस्थित प्रतिभागियों को ध्यान करने की विधि सिखा*।  मात्स्यकि महाविद्यालय के अधिष्ठाता व नैतिक शिक्षा फोरम के प्रभारी डॉ सुबोध शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। केंद्र प्रभारी डॉ  राकेश दशोरा ने केंद्र की गतिविधियों से परिचित करवाया। इस अवसर पर श्री राम चन्द्र मिशन की क्षेत्रीय समन्वयक मधु मेहता, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ ऋतु सिघवी, निबंध लेखन समन्वयक महेश गांधी व सह संयोजक आशा शर्मा ने भी संबोधित किया। डॉ सिघवी ने इस प्रकार के प्रेरणास्पद कार्यक्रम अपने महाविद्यालय में आयोजित करने की सहमति प्रदान की।

समारोह का संचालन बहन आभा ने किया तथा हार्टफुलनेस संस्था के प्रशिक्षक मोहन बोराण ने  कार्यक्रम मे उपस्थित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के संस्थाप्रधान, विद्यार्थियों एवं स्वयं सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।


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