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रामदेवरा में नेत्र कुंभ का शुभारंभ - हमारी संस्कृति में सेवा का भाव सर्वोपरि- जनकल्याण और मानव सेवा की मिसाल है

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02 Aug 25
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रामदेवरा में नेत्र कुंभ का शुभारंभ - हमारी संस्कृति में सेवा का भाव सर्वोपरि- जनकल्याण और मानव सेवा की मिसाल है

श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बाबा रामदेव जी ने सामाजिक समरसता की स्थापना करने और समाज में गरीब एवं वंचित लोगों की पीड़ा दूर करने का काम किया। इस धरा पर नेत्र कुंभ का आयोजन बाबा रामदेव जी के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा और मानव कल्याण के उनके आदर्शों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
 श्री शर्मा गुरूवार को जैसलमेर के रामदेवरा में आयोजित नेत्र कुंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा सेवा जीवन में फिर से उजाले भरने जैसा पुण्य कार्य है। यह जनकल्याण और मानव सेवा की मिसाल हैए जो सभी वर्गों के लिए समर्पित है।
बाबा रामदेव मेले में श्रद्धालुओं की आंखों की निःशुल्क जांच-
 श्री शर्मा ने कहा कि हमारी संस्कृति एवं त्योहारों में सेवा का भाव सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि लोकदेवता बाबा रामदेव जी के मेले के शुभ अवसर पर आंखों के इलाज के लिए महाशिविर का आयोजन किया जा रहा है। 1 अगस्त से 2 सितम्बर तक चलने वाले इस शिविर में सवा लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आंखों की निःशुल्क जांच की जाएगी। साथ ही, 11 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की आंखों का निःशुल्क ऑपरेशन उनके निवास के नजदीक चिकित्सालय में कराने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन अंत्योदय के संकल्प को साकार करने की दिशा में अहम कदम है।
लोगों के जीवन में उजियारा ला रही राज्य सरकार-
 मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय हमारी नीतियों का प्रमुख ध्येय है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार ने पिछले डेढ़ साल में अनेक जनकल्याणकारी कदम उठाए हैं। नेत्र स्वास्थ्य को लेकर हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है ताकि प्रदेशवासियों के जीवन में खुशियां की रोशनी फैलती रहे। प्रदेश में प्रतिवर्ष लाखों लोगों की निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी तथा नेत्र चिकित्सकों और सहायकों को नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण और अत्याधुनिक उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेत्रदान के माध्यम से कॉर्निया प्रत्यारोपण को भी बढ़ावा दिया जा रहा हैए जिससे हजारों लोगों के जीवन को उजियारा मिल रहा है।
मा योजना में प्रतिदिन 10 हजार लोगों को मिल रहा कैशलेस उपचार-
 श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (मा) के माध्यम से गरीब और वंचित परिवारों को 25 लाख रुपए तक निःशुल्क इलाज उपलब्ध करवा रही है। यह सिर्फ एक स्वास्थ्य बीमा योजना नहीं बल्कि लाखों जिंदगियों को बचाने का एक मानवीय संकल्प है। उन्होंने कहा कि इस योजना में प्रतिदिन लगभग 10 हजार लोगों को 10 करोड़ रुपए की राशि का कैशलेस उपचार मिल रहा है। साथ हीए मा वाउचर योजना लागू कर प्रतिमाह 25 हजार गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा भी दी जा रही है। अब तक लगभग 2 लाख 87 हजार महिलाओं को इस योजना के तहत वाउचर दिए गए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में लगभग 50 हजार भर्तियां-
 उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने पेपरलीक जैसी घटनाओं से युवाओं के सपनों को चकनाचूर करने का काम किया। हमारी सरकार ने डेढ़ साल में ही पूर्ववर्ती सरकार के पांच साल के कार्यकाल से अधिक कार्य किए है। उन्होंने कहा कि हमनें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अब तक लगभग 24 हजार पदों पर भर्तियां की हैं और 26 हजार पदों पर भर्तियां प्रक्रिया में हैं।
राज्य सरकार आस्था धामों का कर रही विकास-
 मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की धरती शूरवीरों के साथ लोक देवी-देवताओं और संतों की भूमि है। राज्य सरकार आस्था धामों पर मूलभूत सुविधाओं का विकास करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत 18 हजार 328 यात्रियों को अयोध्या में रामलला के दर्शन, 55 ट्रेनों से 48 हजार 928 से अधिक यात्रियों को विभिन्न तीर्थ स्थलों पर तथा लगभग 6 हजार श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा से नेपाल में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करवाए गए हैं।
प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ले रही ऐतिहासिक फैसले-
 श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ऐतिहासिक फैसले ले रही है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विकसित भारत 2047 के साथ हमारी सरकार विकसित राजस्थान 2047 के लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। प्रदेश में सतही जल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए हमने राम जल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। इंदिरा गांधी नहरए गंग नहर के लिए भी पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए हैं जिससे श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ से लेकर जैसलमेर तक पानी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। साथ ही, प्रधानमंत्री के कैच द रेन अभियान से प्रेरणा लेकर कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान चलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री के एक पेड़ मां के नाम-
 अभियान से प्रेरणा लेते हुए मिशन हरियालो राजस्थान शुरू किया है। इसमें हम 5 साल में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं। पिछले साल सात करोड़ से अधिक पौधे लगाए। इस साल प्रदेश में 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिनमें से अब तक सात करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हरियाली तीज के पावन अवसर पर एक दिन में प्रदेशभर में ढाई करोड़ पौधे लगाकर रेकार्ड बनाया गया।
 इससे पहले मुख्यमंत्री ने नेत्र कुंभ-2025 का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों को अपने हाथों से चश्मा पहनाया और उनसे संवाद भी किया। साथ ही श्री शर्मा ने अपनी आंखों की जांच भी करवाई।
 कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि 33 दिन के इस शिविर में लाखों लोगों को नेत्र जांच का अवसर मिलेगा। उन्हें निःशुल्क दवाएं और चश्मे वितरित किए जाएंगे। लोगों को दृष्टि का उपहार देना बहुत बड़े पुण्य का काम है। ऐसे शिविर जन सेवा का बड़ा माध्यम हैं, गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए स्वास्थ्य की सौगात हैं।
 समारोह में मुख्यमंत्री ने नेत्र कुंभ 2025 पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री सुरेशचन्द्र, क्षेत्र प्रचारक श्री निम्बाराम, विधायक महंत प्रतापपुरी, महेश भगवती बलदवा फाउंडेशन की श्रीमती भगवती दीदी बलदवा, नरसी गु्रप के एमडी श्री नरसी कुलरिया, सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दयाल सिंह, गादीपति राव श्री भोमसिंह एवं नेत्र कुंभ के महासचिव खेताराम लीलड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। 


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