श्रीगंगानगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रवि प्रकाश सुथार (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्रीगंगानगर द्वारा मासिक एक्शन प्लान के अनुसार जनजातियों के अधिकार विषय पर शुक्रवार को चौधरी बल्लुराम गोदारा कन्या महाविद्यालय श्रीगंगानगर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कर छात्राओं को जागरूक किया गया।
शिविर के दौरान एडीजे श्री सुथार द्वारा गोदारा कॉलेज में उपस्थित छात्राओं को बताया कि भारत में जनजातिय लोगों ने स्वयं को अपने सांस्कृतिक जड़ों से उखडा हुआ अनुभव किया और उनके पास आजीविका का कोई सुरक्षित साधन नहीं रहा। उन्होंने बताया कि जनजातीय क्षेत्रों में अधिकांश विद्यालयों में आधारभूत संरचना की कमी है और वहां शिक्षण सामग्री भी न्यूनतम है। इस वजह से शिक्षा से तत्काल आर्थिक लाभ न होने के कारण जनजातीय माता-पिता अपने बच्चों को किसी भी रोजगार में लगाना अधिक पसंद करते हैं। अंत में एडीजे श्री सुथार ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को विधिक सेवा अधिनियम 1987 के बारे में, निःशुल्क विधिक सहायता, पीड़ित प्रतिकर, बाल विवाह, बाल श्रम, साईबर फ्रॉड, लोक अदालत सहित केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से अवगत करवाया।
महिला थाना अधिकारी सुमन जयपाल द्वारा बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर छात्राओं की सुरक्षा के लिए कालिका यूनिट व एंटी रोमियो यूनिट गठित की गई है, जो छात्राओं के साथ हो रहे दुराचार को रोकने का कार्य करेगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चीफ श्री रोहताश यादव द्वारा जय महिला का नारा देते हुए महिलओं को निडर होकर जीवन में आगे बढ़ने एवं आवश्यकता अनुसार कानून का उपयोग करने के बारे में जागरूक किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती पूनम सेतिया, अति. पुलिस अधीक्षक श्री रामेश्वर लाल, महिला थानाधिकारी सुमन जयपाल, गोदारा कॉलेज के विभागाध्यक्ष श्री सोहन लाल, सह आचार्य गरिमा यादव सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहायक श्री अमन चलाना भी उपस्थित रहे।