नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर में खूनखराबा समाप्त करने के लिए पड़ोसी देश के साथ वार्ता की वकालत की तो वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत करने वाले लोगों को अब सलाखों के पीछे डालने का समय आ गया है। अब्दुल्ला ने कहा कि यदि भारत और पाकिस्तान जम्मू- कश्मीर में खूनखराबा समाप्त करना चाहते हैं और शांति का स्थायी माहौल चाहते हैं तो उन्हें वार्ता करनी होगी। जम्मू- कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि युद्धों से न तो पहले मुद्दों का समाधान होता था और न ही भविष्य में इनसे शांति का माहौल बन पायेगा।