कोटा, मुस्लिम महासभा के नवनियुक्त शहर जिला उपाध्यक्ष हैदर अली के नेतृत्व में कोटा कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर कोटा जिला कलेक्टर को राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर इदमीलादुन्नाबी के दिन शराब की दुकाने बंद रखने की मांग की गयी जबकि 21 जनवरी 2013 को शांतिपूर्वक प्रदर्शन के बाद तत्कालीन सरकार ने आदेश कमांक प.4 (17) वित्त / आब / 2004 जारी कर ईद मिलादुनबी के मौके पर राजस्थान में सुखा दिवस घोषित किया गया था लेकिन सरकार बदलने के साथ ही फैसला भी बदल दिया गया और सुखा दिवस समाप्त कर दिया जो कि सरासर गलत भी है और धार्मिक भावना के साथ खिलवाड भी है। इसी वर्ष ईद मिलादुनब्बी का पर्व हमारे पैगंबर मोहम्मद सल्ललाहो ताला अलेही वसलम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिन्होने अमन व भाई चारे का पैगाम दिया है और समाज में फैली बुराईयों से दूर रहने की सीख दी, आपने शराब खोरी को हराम करार दिया पैगंबर मोहम्मद सल्ललाहों ताला अलैही वसल्लम के दौर से पहले शराब पुरी आम थी और लोग शराब के नशे में चूर होकर हराम कामों में लिप्त रहते थे। लोगों को सही रास्ते पर चलना सिखाया। क्योकि शराब बन्दी सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिये ही नहीं अपितु सर्व समाज के लिये फायदेमंद हैं।
ईद मिलादुनब्बी पर्व पर एक दिन का सुखा दिवस (शराब बंदी)घोषित करने की कृपा की जावे
प्रदर्शन में सीरत कमेटी के नियाज निक्कू भाई, रफीक बुम्बिया,मुस्लिम महासभा प्रदेश संगठन मंत्री अनीस राईन,शाहरुख़ हुसैन,सोहेल तन्वीर,शकील अहमद,राजा वारसी,सोहेल तन्वीर, मुन्ना भाई, इक़बाल भाई, जावेद भाई, नदीम रजा, दानिश अंसारी, अशफाक भाई,जकी भाई,कालू नदीम, पार्षद सोनू अब्बासी सहित शहर के अमन पसंद जिम्मेदार सदस्य शामिल रहे