जयपुर: मानसून में भारी बारिश को देखते हुए रेलवे द्वारा संरक्षित रेल संचालन के लिए विशेष प्रबंधन किए गए है साथ ही रेलवे अंडरपास में जलभराव को देखते हुए चिन्हित किए गए अंडरपास में विशेष व्यवस्थाएं की गई है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री शशि किरण ने बताया कि रेलवे द्वारा मानसून में भारी बारिश को देखते हुए संरक्षित रेल संचालन के लिए विशेष प्रबंध किए है। पूर्व वर्षों के अनुमान के आधार पर जिन रेलखण्डों में अत्यधिक बारिश की संभावना होती है ऐसे स्थानों की विभिन्न स्तरों पर मॉनिटरिंग की जा रही है। बारिश की अधिकता वाले स्थानों पर ट्रैक के कटाव की स्थिति से निपटने के लिए मिट्टी के कट्टे, रोड़ी इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है ताकि भारी बारिश के कारण टै्रक के नीचे मिट्टी के कटाव होने पर तुरंत ठीक कर रेल संचालन को सुचारू किया जा सकें।
मानसून के समय भारी बारिश के कारण रेलवे अंडरपास में भी पानी भर जाता है जिससे सड़क उपयोगकर्ताओं को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। रेलवे द्वारा अडंरपास में पानी भरने की समस्याओं से निपटने और सुगम आवागमन के लिए पानी भरने वाले चिन्हित अंडरपासों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई है। चिन्हित अंडरपासों की 24 घण्टे नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है तथा भारी बारिश एवं निकटवर्ती एरिया में जलभराव होने की स्थिति में रोड अंडर ब्रिज/अंडरपास से गुजरने वाले सड़क यातायात को रोकने एवं सचेत करने के लिए 328 स्थायी चौकीदार की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही जलभराव वाले रोड अंडर ब्रिज/अंडरपास पर सर्तक करने के लिए रेड क्रॉस या स्टॉप के संकेतक बनाए गए है। रेलवे द्वारा रोड अंडर ब्रिज/अंडरपास में भरे पानी के तुरंत निकास के लिए 167 रोड अंडर ब्रिज पर पम्प लगाए है, जिससे सड़क उपयोगकर्ताओं को राहत मिल सकें। इसके साथ ही निचले स्तर वाले क्षेत्रों में स्थानीय निकाय के साथ समन्वय कर अंडरपास में पानी नहीं आने देने पर भी कार्य किया जा रहा हैं।
मानसून में भारी बारिश को देखते हुए रेलवे अलर्ट है और सभी तैयारियों के साथ रेल संचालन किया जा रहा है तथा सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए भी व्यापक तैयारियां की गई है।