मौसी ने पहल कर भतीजी का कराया नेत्रदान
भारत विहार बजरंग नगर निवासी जी डी आहूजा और द्रौपदी की बेटी निकिता आहूजा का रविवार देर रात आकस्मिक निधन हो गया। कम उम्र में बेटी के निधन से परिवार के सभी लोग शोक में आ गए ।
निकिता की मौसी व शाइन इंडिया फाउंडेशन की ज्योति मित्र सुनीता पंजवानी,और डॉ सुरेश छाबड़ा के सहयोग से जी डी आहूजा ने बेटी निकिता के नेत्रदान करवाने का निर्णय लिया ।
परिवार में सब की चहेती, खुश मिजाज,हमेशा दूसरों के दुखों को कम करने के लिए तैयार रहने वाली निकिता के चेहरे पर कभी भी गंभीर बीमारी का भाव देखने को नहीं मिलता था ।
पिता जी डी आहूजा ने, संस्था सदस्यों का धन्यवाद देते हुए कहा कि, मेरी बेटी की आंखों से दो दृष्टिहीनों की दुनिया रोशन होगी, यही हमारे लिए सुकून भरा कार्य है ।
नेत्रदान संकल्पित सीमा पंजवानी को भी अफसोस है कि,शोक की घड़ी में वह अपने पिता स्व० जेठानंद इसरानी और ससुर स्व० टी के पंजवानी के नेत्रदान का कार्य संपन्न नहीं करवा सकी । काश उस समय पर कोई, मुझे समझा पाता तो,आज मेरे परिवार के दिवंगत भी किसी की आंखों को रोशन कर रहे होते ।