उदयपुर विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक फिजियोथेरेपी चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से सोमवार को महाविद्यालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, मुख्य अतिथि वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. सी.के. आमेटा, डाॅ. मनोज कुमार, प्राचार्य डाॅ. शैलेन्द्र मेहता ने फिजियोथेरेपी डाक्टर्स का उपरणा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
प्रारंभ में प्राचार्य डाॅ. शैलेन्द्र मेहता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए समारोह की जानकारी दी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने फिजियोथेरेपिस्ट डाक्टर्स को बधाई देते हुए कहा कि आपने यह पुनित सेवा के कार्य को चुना है, मानव सेवा से बड़ी, कोई सेवा हो नहीं सकती। व्यक्ति हर ऋण को चुका सकता है लेकिन सेवा के इस पवित्र ऋण को कोई नहीं चुका सकता, वह जीवन भर आपके द्वारा किये गये कार्य को हर पल याद करता है। आज वृद्धा अवस्था में आने वाली बिमारी सबसे बड़ी समस्या बन गयी है। परिवार छोटे व टूटते जा रहे है ऐसी अवस्था में इनकी निगाह आपकी ओर रहती है। इस वर्ष की विश्व फिजियोथैरेपी फेडरेशन की थीम हेल्दी एजिंग जिसमें 60 साल की उम्र के बाद बुजुर्ग लोगों की समस्या का समाधान करना मुख्य रूप से आवश्यक बताया गया है।
संचालन एवं आभार की रस्म डाॅ. प्रज्ञा भटट् ने अदा की।
इस अवसर पर डॉ. विनोद नायर, डॉ, प्रज्ञा भट्ट, डॉ. मानस रंजन, डॉ. चिराग पुरबिया, डॉ. कार्तिक सुखवाल, डॉ. प्रिया दाधीच, डॉ. आरुषि टंडन, डॉ. रोनिता सोनी, डॉ, प्रतीक अग्रवाल, डॉ. करण, डॉ. अर्पित गुप्ता का उपरणा ओढ़ा कर सम्मान किया गया।