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68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) से पूर्व राजस्थान विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सारगर्भित रही लन्दन अध्ययन यात्रा

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06 Oct 25
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68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) से पूर्व राजस्थान विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सारगर्भित रही लन्दन अध्ययन यात्रा

राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी 5 से 12 अक्तूबर 2025 तक करेबियन देश ब्रिजटाउन, बारबाडोस में आयोजित होने वाले 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में भाग लेने से पूर्व लंदन में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ संसदीय प्रणाली की अध्ययन यात्रा के लिए लंदन प्रवास पर रहें । देवनानी राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) के साथ और अलग से भी प्रायः अध्ययन यात्राओं को भी जोड़ते रहें है। लन्दन से पूर्व भी वे कई देशों की अध्ययन यात्रा  कर चुके है। देवनानी की राष्ट्रमंडल संसदीय संघ ( सीपीए ) सम्मेलन से जुड़ी अपनी अध्ययन यात्राओं एवं सम्मेलन  के अन्तर्गत पूर्व में भी उन्होंने 4 से 8 नवंबर 2024  तक सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित 67वाँ राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने लंदन और यूके के अन्य  चार देशों की अध्ययन यात्रा भी की थी, जिसमें देवनानी ने इन देशों की विभिन्न संसदीय प्रणालियों का अध्ययन किया था। साथ ही अंतरराष्ट्रीय विधायी निकायों के कामकाज और लोकतांत्रिक मूल्यों से संबंधित विषयों पर इन देशों के प्रतिनिधियों से संवाद किया था । देवनानी ने I यू के के अलावा फ्रांस, जर्मनी और जापान की अध्ययन यात्रा भी की थी , जिसमें संसदीय परंपराएं, विधायी तंत्र, लोकतांत्रिक आदान-प्रदान और स्थानीय-राष्ट्रीय विधान संस्थाओं के कामकाज का अवलोकन किया था ।  उनकी इन अध्ययन यात्राओं का उद्देश्य विभिन्न देशों की संसदीय प्रक्रियाओं, परंपराओं एवं  विधायी प्रणालियों के अध्ययन से सीख लेना तथा लोकतांत्रिक मूल्यों, पारदर्शिता, सदन कार्यप्रणाली, महिला सुरक्षा, डिजिटल विधायिका और विधायी नवाचार आदि विषयों को समझना और उन पर विचार-विमर्श करना रहा था । साथ ही उन्होंने अपने विदेश दौरों में राजस्थान विधानसभा के काम में सुधार एवं  उनके कार्यकाल में किए गए विभिन्न नवाचारों  जैसे सदन की कार्यवाही को इलेक्ट्रॉनिक मंच पर लाना  एवं विधानसभा की कार्यवाही को पेपरलेस बनाना, विधानसभा में सार्वजनिक भागीदारी, पारदर्शी प्रक्रिया आदि के बारे में  वैश्विक मंच पर राजस्थान के नवाचार साझा करना रहा ।  

विधानसभाध्यक्ष देवनानी की इस बार की लन्दन यात्रा की अपनी एक अलग ही विशेषता रही है। लंदन प्रवास के दौरान उन्होंने पार्लियामेंट स्क्वायर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गांधीजी के सत्य, अहिंसा और प्रेम के सिद्धांत न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को प्रेरित करते हैं।आज उनकी शिक्षाएँ विश्व के हर कोने में सम्मान और आदर के साथ मानी जाती हैं। उनका जीवन हमें मानवता, एकता और बदलाव के लिए प्रयासरत रहने की शक्ति देता है।

विधानसभाध्यक्ष देवनानी लंदन में भारत के महान संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के संग्रहालय का अवलोकन करने भी गए ।जिस मकान में रहकर डॉ भीमराव अंबेडकर ने अपनी पढ़ाई की थी,उसी मकान में बैठकर (जो कि अब डॉ अंबेडकर जी का म्यूजियम है) देवनानी ने उनके दुर्लभ साहित्य को पढ़ा।देवनानी 4 अक्टूबर को लंदन में अंबेडकर हाउस संग्रहालय का अवलोकन करने पहुचें । यह वही स्थान है, जहां डॉ बीआर अंबेडकर ने रहकर पढ़ाई की थी। इस स्थान को बाद में म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है । डॉ . अंबेडकर ने इसी स्थान पर सामाजिक न्याय, आर्थिक नीति सहित भारतीय समाज की व्यवस्थाओं के विभिन्न विषय पर शोध कार्य भी किए थे । देवनानी ने अंबेडकर के साहित्य को गंभीरता के साथ देखा और म्यूजियम की विजिटर बुक में लिखा कि बाबा साहब के आदर्शों का प्रतीक यह म्यूजियम एक पवित्र स्थल है और भारतीयों के लिए अति महत्वपूर्ण स्थान है। लंदन आने वाले हर भारतीय को इसे देखना चाहिए।

उत्तरी लंदन के किंग हेनरी रोड,एन डब्ल्यू ,कैमडेन स्थित इस भवन में 1921-22 में रहते हुए बाबासाहेब डॉ. भीमराव जी अंबेडकर ने अपनी पढ़ाई की थी। उस समय वे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के छात्र थे। यह 2,050 वर्ग फुट का तीन-मंजिला रिहायशी भवन है। यहाँ रहते हुए डॉ. अंबेडकर जी ने सामाजिक न्याय, आर्थिक नीति, भारतीय समाज में जाति व्यवस्था आदि विषयों पर सोच-विचार और शोध कार्य किये थे। जिन्होंने भारत में सामाजिक न्याय एवं समानता की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष 2015 में इस भवन को महाराष्ट्र सरकार द्वारा खरीद कर इसका जीर्णोद्धार करवा कर इसमें डॉ. अंबेडकर जी के संग्रहालय के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 14 नवंबर 2015 को इसका औपचारिक उद्घाटन किया गया तथा 2020 में इस भवन को विधिवत रूप से म्यूजियम का दर्जा प्राप्त हुआ।

विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने लंदन यात्रा के दौरान भारत के क्रांतिकारी आंदोलन का केंद्र रहे सावरकर हाउस को भी देखा। देवनानी ने बताया कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की स्मृतियों से जुड़े इस ऐतिहासिक स्थान पर रहकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ओजस्वी एवं क्रांतिकारी विचारक श्री वीर विनायक दामोदर सावरकर ने 1857 का स्वतंत्रता समर पुस्तक का लेखन किया जिसने स्वतंत्रता हेतु युवाओं को आंदोलन करने में महती भूमिका निभाई। इसी स्थान पर 1905 में श्याम कृष्ण वर्मा ने इंडिया हाउस छात्रावास और राष्ट्रवादी केंद्र की स्थापना की थी जहां वीर सावरकर ने 1906 से 1909 तक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की रूपरेखा बनाई।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने लंदन में मेयर अंजना पटेल से मुलाकात की। प्रथम ब्रिटिश तंजानिया भारतीय मूल की पटेल को हरो, लंदन की 73 वीं मेयर बनने का गौरव हासिल है। देवनानी ने ब्रिटिश नेता एवं चार बार के सांसद और प्रवासी भारतीयों को अपना पद्मश्री सम्मान समर्पित करने वाले बॉब ब्लैकमैन से भी शिष्टाचार मुलाकात की। देवनानी और श्री ब्लैक मैन की यूके में भारतीय समुदाय के योगदान और चुनौतियों पर चर्चा हुई। देवनानी ने श्री ब्लैक मैन को राजस्थान विधानसभा आने का न्योता दिया।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने लंदन की नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी, सेंट मार्टिन प्लेस,में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह जी का ऑयल पेंटिंग के माध्यम से बनाया गया आधिकारिक पोर्ट्रेट भी देखा । यह चित्र प्रसिद्ध ब्रिटिश चित्रकार सर जॉन लेवरी द्वारा वर्ष 1921 में बनाया गया था। इस चित्र में महाराजा गंगा सिंह जी को राजसी परिधान में और ब्रिटिश फील्ड मार्शल की वर्दी में दिखाया गया है। यह पोर्ट्रेट विश्व मंच पर भारत की आवाज़ बने एक भारतीय शासक की अंतरराष्ट्रीय भूमिका को दर्शाता है। देवनानी  के लिए इस गैलरी का अवलोकन विस्मयपूर्ण एवं गौरवशाली अनुभव रहा।यह गैलरी कला और इतिहास का भंडार है जो ब्रिटिश विरासत के साथ-साथ भारत के गौरवपूर्ण अतीत की झलक भी समेटे हुए है। यहाँ भारतीय संस्कृति से जुड़े अनेकों ऐतिहासिक चित्र एवं मूर्तियां मौजूद हैं।विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने लंदन में प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित नवरात्र समापन समारोह में भी भाग लिया। कालानी सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस समारोह में भारतीय समुदाय के अनेक गणमान्य लोगों  के साथ पद्मश्री बॉब ब्लैकमैन भी उपस्थित थे। इस प्रकार विधानसभाध्यक्ष देवनानी की लन्दन अध्ययन यात्रा बहुत सारगर्भित रही ।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी 5 से 12 अक्तूबर 2025 तक करेबियन देश ब्रिजटाउन, बारबाडोस में आयोजित किए जा रहे 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भाग लेने वाले भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के सदस्य है।इस सम्मेलन में राज्य सभा के उप सभापति, 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 36 पीठासीन अधिकारी और 16 सचिव भी सम्मेलन में भाग ले रहें हैं ।


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