GMCH STORIES

संसद के मानसून सत्र का पहला दिन रहा हंगामेदार 

( Read 1011 Times)

22 Jul 25
Share |
Print This Page
संसद के मानसून सत्र का पहला दिन रहा हंगामेदार 

गोपेन्द्र नाथ भट्ट 

 

संसद के मानसून सत्र की सोमवार से शुरुआत हो गई है। ये मानसून सत्र एक महीना तक चलेगा। यह सत्र अगले 32 दिनों तक चलेगा। यानी मानसून सत्र का आखिरी दिन 21अगस्त होगा।

इस सत्र की 21 बैठकें होंगी। गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर 14 और 15 अगस्त को संसद की कार्यवाही नहीं होगी।

 

सत्र का पहला दिन हंगामे से भरा रहा। संसद में विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर हंगामा किया।लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दोपहर तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित की कर दिया लेकिन शाम चार बजे कार्यवाही शुरू होने पर पुनः हंगामा होने लगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को 22 जुलाई 2025 को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी तरह हंगामा होने की वजह से सभापति जगदीप धनखड़ ने भी राज्यसभा की कार्यवाही भी मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दरअसल, दोनों सदनों में कार्यवाही की शुरुआत होते ही सदस्यों ने हंगामा किया। विपक्ष ने सत्र के पहले दिन ही अपने तेवर दिखा दिए। इसके साथ ही जाहिर कर दिया कि वह ऑपरेशन सिंदूर और बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर सरकार को थोड़ी भी ढील देने के मूड में नहीं है।

 

सोमवार मानसून सत्र की शुरुआत के साथ विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्ध विराम वाले दावे को लेकर सदन में हंगामा किया। इसके अलावा हंगामा के बीच ही राज्य सभा में एक बिल को पारित किया गया। मानसून सत्र के पहले दिन इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया सोमवार दोपहर से शुरू हो गई। बता दें कि जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर जले हुए 500 रुपये के नोटों के ढेर मिले थे, जिसके बाद भारी बवाल देखने को मिला था। सोमवार को सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के 200 से अधिक सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्य सभा सभापति जगदीप धनखड़ को एक ज्ञापन सौंपा।

 

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन जैसे दी लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद दोपहर 12 बजे कार्यवाही के शुरू होते ही विपक्षी दलों के कुछ सांसद वेल में आए और सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे।विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कराने की मांग करते हुए हंगामा किया। इस बीच संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि सरकार चर्चा कराने को तैयार है।लोकसभा की कार्यवाही बाधित होने को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष का नेता हूं, लेकिन मुझे सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है।

 

मानसून सत्र की शुरुआत में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया है। उन्होंने इस मानसून सत्र को एक विजय उत्सव की तरह बताया है। मोदी ने कहा- "संसद का यह मानसून सत्र एक विजय उत्सव की तरह है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत का झंडा फहराया जाना प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का क्षण है। सभी सांसद और देशवासी एक स्वर में इस उपलब्धि का गुणगान करेंगे। यह हमारे भावी अभियानों के लिए प्रेरणादायी होगा।"उन्होंने  कहा- "यह मानसून सत्र जीत का जश्न है। पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का लोहा माना है। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना द्वारा निर्धारित लक्ष्य को 100 प्रतिशत हासिल किया गया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, आतंकवादियों के आकाओं के घरों को 22 मिनट के भीतर जमींदोज कर दिया गया।" मोदी ने कहा- "मेड इन इंडिया सैन्य शक्ति के इस नए स्वरूप की ओर दुनिया बहुत आकर्षित हुई है। इन दिनों, जब भी मैं दुनिया के लोगों से मिलता हूं, तो भारत द्वारा बनाए जा रहे मेड इन इंडिया हथियारों के प्रति दुनिया का आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा- "आर्थिक क्षेत्र में, जब 2014 में आप सभी ने हमें ज़िम्मेदारी दी थी, तब देश  खराब हालत के चरण से गुजर रहा था। 2014 से पहले, हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में दसवें नंबर पर थे। आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है।मोदी ने कहा- "आज हमारे सुरक्षा बल एक नए आत्मविश्वास और नक्सलवाद को समाप्त करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आज कई जिले नक्सलवाद से मुक्त हैं। हमें गर्व है कि भारतीय संविधान नक्सलवाद के विरुद्ध विजयी हो रहा है। 'लाल गलियारे' 'हरित विकास क्षेत्रों' में बदल रहे हैं।पीएम  ने कहा- "2014 से पहले देश में एक समय ऐसा था जब मुद्रास्फीति की दर दोहरे अंकों में थी। आज, यह दर घटकर लगभग दो प्रतिशत रह जाने से, देश के आम लोगों के जीवन में राहत और सुविधा आई है। 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं, जिसकी सराहना दुनिया की कई संस्थाएं कर रही हैं।मोदी ने कहा- पहलगाम में हुए क्रूर अत्याचार और नरसंहार ने पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया है। दलगत स्वार्थ को परे रखकर, देशहित में, हमारे अधिकांश दलों के प्रतिनिधियों ने, दुनिया के अनेक देशों में जाकर, एक स्वर में, पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने का एक बहुत ही सफल अभियान चलाया। मैं उन सभी सांसदों की, सभी दलों की, राष्ट्रहित में किए गए इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए सराहना करना चाहता हूं और इससे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है।

 

 

 इस बीच, संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए सरकार तैयार हो गई है. जानकारी के अनुसार, बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में विभिन्न विधेयकों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए समय निर्धारित किया गया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी है. इसके अलावा, ‘भारतीय डाक विधेयक’ पर लोकसभा में 3 घंटे की चर्चा का समय तय किया गया है.जानकारी के अनुसार, बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में विभिन्न विधेयकों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए समय निर्धारित किया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी है। इसके अलावा, ‘भारतीय डाक विधेयक’ पर लोकसभा में 3 घंटे की चर्चा का समय तय किया गया है।

साथ ही, ‘आयकर संशोधन विधेयक’ पर लोकसभा में 12 घंटे तक विस्तृत चर्चा होगी। इसके अलावा, ‘राष्ट्रीय खेल विधेयक’ पर 8 घंटे की चर्चा निर्धारित की गई है और ‘मणिपुर बजट’ पर 2 घंटे की चर्चा होगी।

 

देखना है कि माननीय संसद के मानसून सत्र को इस बार निर्बाध गति से चलाने के किस सीमा तक तत्पर रहते है।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like