कोटा, 132वें राष्ट्रीय मेला दशहरा- 2025 में गुरुवार को विजयदशमी पर 215 फीट से अधिक ऊंचे रावण के पुतले का परंपरागत रुप से दहन किया जाएगा। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि रावण दहन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। साथ ही, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, विधायक शांति कुमार धारीवाल, संदीप शर्मा, कल्पना देवी भी मौजूद रहेंगे।
रावण का पुतला पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम करेगा। जिससे रिमोट से पुतले की आतिशबाजी को नियंत्रित किया जाएगा। रिमोट सिस्टम से एक-एक कर स्टेप बाय स्टेप पुतले का दहन होगा। कारीगर तेजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पुतले में पांच पायरो और 20 ब्लास्टिंग पॉइंट लगाए गए हैं। जिनसे पहले रावण के छतर में पाइरो चलेगी। उसके बाद चेहरे पर चार पाइरो लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि आतिशबाजी के दौरान सबसे पहले रावण के छतरी में ब्लास्ट होगा। इसके बाद मुकुट में ब्लास्ट होगा। टोपी में सबसे पहले हरा रंग, फिर पीला और नीले रंग क्रमशः ब्लास्ट होंगे। सबसे बड़ा पॉइंट नक्काशी में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि साइड के चेहरों में भी दोनों और तीन-तीन ब्लास्टिंग प्वाइंट लगाए गए हैं, जहां ब्लास्ट होगा। इसके अलावा रावण के बड़े चेहरे, मस्तक और ठोड़ी में भी ब्लास्टिंग पॉइंट लगाए गए हैं। साथ ही ढाल और कंधे तथा तलवार और उसके कंधे में भी ब्लास्टिंग पॉइंट लगाए गए हैं। रावण की नाभी और चरणों में अग्नि प्रज्वलित होगी। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि रावण के पुतले में पूरी तरह से ग्रीन आतिशबाजी का प्रयोग किया गया है। मेघनाद और कुंभकरण के 60 फीट के पुतलों को भी बुधवार को खड़ा किया गया। जिनमें भी 10-10 ब्लास्टिंग पॉइंट लगाए गए हैं। जिनमें तीन पाईरो लगाई गई है।
*होगी भव्य आतिशबाजी*
रावण दहन के बाद दशहरा मेला के फेस टू में भव्य आतिशी नजारे होंगे। जहां आसमान में रंगीन अशर्फियां सबको रोमांचित करेगी। वहीं गोल्डन शॉट से आकर्षक नजारा दिखाई देगा। आसमान में रंगीनियों नजर आएंगी। वही आवाज करने वाले पटाखों से मेला परिसर गूंज उठेगा।
*अब तक के सबसे ऊंचे पुतले का होगा दहन*
मेला दशहरा में अब तक 72 से 75 फीट के रावण के पुतले बनते आए हैं। परन्तु लोकसभा स्पीकर बिरला की मंशा के अनुरुप इस बार 215 फीट का रावण का पुतला बनाकर खड़ा किया गया है। यह विश्व का अब तक का सबसे ऊंचा रावण का पुतला है। जिसका दहन किया जाएगा। इस कीर्तिमान का रिकॉर्ड बुक में दर्ज कराने की प्रक्रिया पूरी की गई है।
*विश्व कीर्तिमान में दर्ज होगा कोटा का नाम*
कोटा के नाम इस कीर्तिमान को दर्ज करने के लिए इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि रावण दहन के दिन कोटा आएंगे। वे अपने मापदंडों के अनुरूप पुतले को मापने की प्रक्रियाएं कर सर्टिफिकेट सौंपेंगे। उल्लेखनीय है कि अभी दिल्ली के नाम 210 फीट का रावण का पुतला बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। यहां वर्ष 2024 में जलाए गए रावण के पुतले को विश्व का सबसे ऊंचा पुतला घोषित किया गया है। इससे पहले 2019 में चंडीगढ़ में भी 221 फीट का पुतला बनाया गया था, लेकिन यह पुतला खड़ा नहीं हो पाया जिस कारण वह विश्व कीर्तिमानों की सूची में शामिल नहीं किया जा सका था। जबकि कोटा में खड़े किए गए रावण की ऊंचाई भी 221 फीट मापी गई है। ।।।।।