फार्मेसी संकाय में रोजगारोन्मुखी पढाई व विद्यार्थियों में कौशल विकास के लिए फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के साथ समन्वय व गठबंधन की महती उपयोगिता है। इससे विद्यार्थियों को ये जानने में मदद मिलती है की अपनी सिलेबस की पढाई के साथ साथ इंडस्ट्री में काम करने के लिए किस तरह के कौशल की आवश्यकता होती है। गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी अपने विद्यार्थियों को उपयुक्त रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है। इसी क्रम में उदयपुर के ईसवाल स्थित फार्मा कंपनी मेड्नेक्सट के जनरल मैनेजर श्री प्रवीण वार्ष्नेय व प्लांट के निदेशक श्री अनिल व्यास ने गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी में शिरकत की। कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए कार्यशाला के दौरान श्री प्रवीण ने बी फार्मा फाइनल ईयर प्रोजेक्ट स्टूडेंट्स व एम् फार्मा के रिसर्च स्टूडेंट्स के साथ "एकेडेमिक्स व इंडस्ट्री के समन्वय एवं विद्यार्थियों के लिए इसकी उपयोगिता" एवं इंडस्ट्री के आधुनिक चलन के बारे अपने अनुभव व उपयोगी जानकारी साझा की। इस दौरान श्री अनिल जी व्यास ने विद्यार्थियो को फार्मेसी जॉब्स में इंटरव्यू की तैयारी विषय पर उदाहरणों के साथ विस्तृत चर्चा की। सुश्री संतोष कितावत व डॉ वीरेंदर सिंह ने कार्यशाला का सयोंजन किया व प्रधानाचार्य डॉ महेंद्र सिंह राठौड़ ने स्मृति चिन्ह भेंट किया व धन्यवाद् ज्ञापित किया ।