-आज मुजफ्फर रहमान के ताल कचहरी और माया कुलश्रेष्ठ के कथक से महकेगा शिल्पग्राम का आंगन
-कल पंडित सुभाष घोष और वाणी माधव की प्रस्तुतियां रिझाएंगी क्लासिकल के रसिकों को
उदयपुर। सावन में पश्चिम क्षेत्र से दो दिवसीय ‘मल्हार‘ कार्यक्रम में मशहूर क्लासिकल आर्टिस्ट अपनी पेशकश से क्लासिकल के रसिकों को रिझाएंगे।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि शनिवार शाम सात बजे मुजफ्फर रहमान अपनी खास पेशकश ‘ताल वाद्य कचहरी’ की प्रस्तुति के साथ इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आगाज करेंगे। इसके साथ ही प्रसिद्ध कथक नर्तकी माया कुलश्रेष्ठ श्रीकृष्ण और उन पर अटूट विश्वास करने वाली स्त्रियों से जुड़े प्रसंगों को नृत्य के माध्यम से मंच पर जीवंत करेंगी। वहीं, रविवार को पं. सुभाष घोष विशेष स्वर रागिनी (वाद्य यंत्र) पर शास्त्रीय संगीत की अनूठी प्रस्तुति देंगे। इसके बाद वाणी माधव ओडिसी नृत्य पेश करेंगी।
सुभाष घोष का ईजाद हैं सरसवाणी और स्वर रागिनी वाद्य यंत्र-
पिछले दो दशक से चंडीगढ़ में अपनी “एकेडमी ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स” में शास्त्रीय संगीत की शिक्षा दे रहे सुभाष घोष रविवार शाम साल 2011 में अपने ईजाद किए विशेष वाद्य यंत्र नव स्वर रागिनी पर विभिन्न रागों पर शास्त्रीय संगीत की अनूठी कर्णप्रिय प्रस्तुति देंगे। महान सरोद वादक पद्म विभूषण अमजद अली खान के शिष्य व सामान्य संगीतकार से महान कलाकारों की श्रेणी तक पहुंचे सुभाष ने नव स्वर रागिनी से पहले 2003 में सरसवाणी वाद्य यंत्र को लॉन्च किया था। घोष जब एक लकड़ी के टुकड़े पर निर्मित वाद्यों के तार छेड़ते हैं, तो उनसे निकली धुन संगीत प्रेमियों के दिलों को झंकृत कर देती है। उनके संगीत का तिलिस्म शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में रविवार को संगीत प्रेमियों को सम्मोहित करेगा।