उदयपुर भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता के प्रतीक कारगिल विजय दिवस पर शनिवार को राजस्थान विद्यापीठ के प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में शहीदों के चित्र पर कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख एवं कुलाधिपति भंवर लाल गुर्जर सहित कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि यह दिन उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का दिवस है, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीरता पूर्वक लड़ाई लड़ी। भारतीय इतिहास में कई ऐसी तारीखें हैं जो भारत के आमजन के मन में हमेशा विद्यमान रहेगी। 26 जुलाई की तारीख भी वह ऐतिहासिक तारीख है जो हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। 26 जुलाई 1999 को वीर भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना व सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था। यह दिन आज भी भारतीय इतिहास के पन्नों में दर्ज है। कारगिल की दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में लड़े गए इस युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों ने अदम्य साहस को प्रदर्शित किया। भारतीय सेना के वीर जवानों के कारण ही आज हम अपने घरों में चैन की नींद सो पा रहे हैं।।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी लक्ष्मण सिंह कर्नावट , पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, डॉ. एसबी नागर, डॉ. देवेन्द्र राव, डॉ. निवेदिता, डॉ. मोहसीन छीपा, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत, जितेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. यज्ञ आमेटा, डॉ. चन्द्रेश छतलानी डॉ. रोहित कुमावत सहित कार्यकर्ताओं ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।