ताजिकिस्तान भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ‘‘वीजा ऑन अराइवल’ और ‘‘ट्रांजिट वीजा’ की सुविधा देने के विकल्पों पर विचार कर रहा है।भारत में ताजिकिस्तान के राजदूत सुल्तान रहीमादा ने यहाँ एक कार्यक्रम से इतर बताया कि ताजिकिस्तान के पास भरपूर प्राकृतिक सौंदर्य है। दोनों देशों की सांस्कृतिक विरासत में भी काफी समानता है। इसके बावजूद वहां जाने वाले पर्यटकों में भारतीयों की संख्या बेहद कम है। उन्होंने बताया कि अन्य देशों की तुलना में भारत से ताजिकिस्तान आने वाले पर्यटकों की संख्या कम है। पिछले साल एक करोड़ से ज्यादा पर्यटक ताजिकिस्तान आए थे जिनमें करीब एक हजार ही भारतीय थे। इसका एक प्रमुख कारण दोनों देशों के बीच संपर्क साधनों की कमी है। उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर से ताजिकिस्तान की निजी विमान सेवा कंपनी सोमोन एयर ने दिल्ली और मध्य एशियाई देश की राजधानी दुशाम्बे के बीच एक साप्ताहिक उड़ान शुरू की है। इससे पर्यटकों को ज्यादा विकल्प मिलेगा।भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के उपायों के बारे में श्री रहीमादा ने कहा ‘‘हम वीजा प्रक्रिया को सरल बनाने पर विचार कर रहे हैं।