उदयपुर, केंद्र सरकार और नीति आयोग की पहल पर प्रारंभ किए गए आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में प्रदेश स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक अर्जित कर चुका खेरवाड़ा ब्लॉक अब आकांक्षी से उपलब्धिपूर्ण ब्लॉक के सफर पर चल पड़ा है। इसके लिए नीति आयोग के निर्देशानुसार विशेष मुहिम खुशहाल खेरवाड़ा अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान के दौरान खेरवाड़ा को स्वस्थ, शिक्षित, स्वच्छ एवं समृद्ध ब्लॉक बनाने के लिए विविध गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
जिला परिषद सीईओ रिया डाबी ने बताया कि देश भर के अपेक्षितकृत पिछड़े ब्लॉक को शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे छह संकेतकों के आधार पर विकास की दौड़ में आगे बढ़ाने की मंशा से आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम चलाया गया है। इसमें उदयपुर जिले से खेरवाड़ा ब्लॉक का चयन किया गया है। नीति आयोग के निर्देश पर गत दिनों चलाए गए संपूर्णता अभियान में खेरवाड़ा ब्लॉक ने उत्कृष्ट उपलब्धियां अर्जित की। इसके चलते राज्य स्तरीय समारोह में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की अगली कड़ी में अब खुशहाल खेरवाड़ा अभियान प्रारंभ किया गया है। गत 17 सितम्बर को खेरवाड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत करनाउ में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर के दौरान जिला कलक्टर नमित मेहता सहित अन्य जनप्रतिनिधियों औरअधिकारियों की उपस्थिति में खुशहाल खेरवाड़ा अभियान के पोस्टर का विमोचन किया गया।
यह होंगी गतिविधियां
अभियान के दौरान ब्लॉक क्षेत्र में समय पर एएनसी रजिस्ट्रेशन कराना, गर्भवती महिला एवं शिशु को पोषाहार वितरित कराना, हर घर- हर गांव स्वच्छ बनाने संबंधी गतिविधियां, हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ना, सभी व्यक्तियों का बैंक खाता खुलवाना, सभी पशुओं का टीकाकरण कराना, मिट्टी की जांच सुनिश्चित कराना, हर व्यक्ति को वित्तीय साक्षर व आर्थिक रूप से सुरक्षितबनाना आदि गतिविधियां शामिल हैं।
यह है उद्देश्य
सीईओ श्रीमती डाबी ने बताया कि अभियान का उद्देश्य आमजन को योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करान, पात्र लाभार्थियों से जोड़ना, चयनित 12 प्राथमिक संकेतकों का दिसंबर 2025 तक संतृप्तिकरण, स्वस्थ, शिक्षित, स्वच्छ एवं समृद्ध खेरवाड़ा का निर्माण आदि हैं।
अभियान के तीन चरण रहेंगे। प्रथम चरण में फील्ड फंक्शनरी के क्षमता वर्धन के लिए क्लस्टर स्तर कार्यशाला का आयोजन होगा। द्वितीय चरण में ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजन, आमजन को योजनाओं से जोड़ा जाएगा एवं तृतीय चरण में उपलब्धियों को बरकरार रखना और सतत निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।