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शान का किशोर कुमार को नमन, NMACC में जीता दर्शकों का दिल

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20 Sep 25
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शान का किशोर कुमार को नमन, NMACC में जीता दर्शकों का दिल

मुंबई के NMACC ग्रैंड थिएटर में संगीत प्रेमियों को एक अनोखा अनुभव मिला, जब ‘फॉरएवर किशोर शान से’ के ज़रिए गायक शान ने महान गायक किशोर कुमार को अपनी पहली भव्य संगीतमय श्रद्धांजलि दी। एन आर टैलेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट के नम्रता गुप्ता खान और रब्बानी मुस्तफ़ा खान द्वारा प्रस्तुत यह कार्यक्रम कला और आनंद से भरा हुआ था। नम्रता और रब्बानी शान के गुरु, पद्मविभूषण उस्ताद ग़ुलाम मुस्तफ़ा खान साहब की बहू और बेटे हैं।


शान ने कार्यक्रम की शुरुआत ऊर्जावान अंदाज़ में अपने हिट गीत 'मैं हूँ डॉन' और 'ओम शांति ओम' से की। इसके बाद उन्होंने किशोर कुमार के अमर गीतों की धारा बहाई – 'तुम बिन जाऊं कहाँ’, 'मेरे दिल में आज क्या है’, 'तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई' और 'कहना है' जैसे नग़मे गाए। 'दिल क्या करे' जैसे रोमांटिक गीतों से लेकर 'हाल कैसा है जनाब का' और 'खुल्लम खुल्ला' (निहिरा जोशी के साथ) जैसे हल्के-फुल्के युगल गीतों तक, लगभग 70 गीतों की लंबी सूची ने किशोर दा की प्रतिभा के हर रंग को जीवंत कर दिया।

 

यह शाम केवल संगीत तक सीमित नहीं रही। शान की आत्मीयता और हाज़िरजवाबी ने भी दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा, “हर गायक का पहला कदम कहीं न कहीं किशोर दा से प्रेरित होता है।” साथ ही मज़ाकिया अंदाज़ में उन्होंने व्हाट्सऐप ब्लू टिक का इंतज़ार करने की आदत को किशोर दा के गीत ' इंतहा हो गई इंतज़ार की' से जोड़कर सबको हंसाया। उन्होंने किशोर कुमार के गीत 'जो सोचे, जो चाहे वो करके दिखा दे' का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे वे समय से बहुत आगे थे और आज के Manifestation और affirmations जैसे विचारों को बरसों पहले ही गीतों में ढाल चुके थे।

 

शाम का सबसे भावुक पल वह था जब शान के बेटे माही ने मंच पर आकर उनके साथ 'ओ मेरे दिल के चैन' गाया और दर्शकों से ज़बरदस्त तालियाँ बटोरीं। एक और खास लम्हा तब आया जब किशोर कुमार के बेटे सुमीत कुमार भी मंच पर आए और शान ने उनके साथ 'सारा ज़माना हसीनों का दीवाना' जैसे गीत गाए। कार्यक्रम का समापन 'चलते चलते' से हुआ, जिसमें पूरा हॉल झूम उठा और कई दर्शक भावुक हो गए।

 

इसी दौरान शान ने उसी दिन दिवंगत हुए गायक ज़ुबिन गर्ग को याद करते हुए 'ये जीवन है' गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

 

कार्यक्रम के सफल होने पर आयोजकों नम्रता गुप्ता खान और रब्बानी मुस्तफ़ा खान ने कहा,

“हमें बहुत खुशी है कि शो इतनी खूबसूरती से सम्पन्न हुआ। पूरा हॉल किशोर दा की जादुई धुनों पर झूमता और गाता दिखा – यह हमारे लिए बेहद भावुक अनुभव रहा। हम शान के आभारी हैं कि उन्होंने हर गीत में अपनी आत्मा डाली, और दर्शकों के भी जिन्होंने इस श्रद्धांजलि को इतने प्यार से स्वीकारा।


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