उदयपुर। देश के प्रख्यात शिक्षाविद एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने हाल ही में वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतनलाल गोदारा से शिष्टाचार मुलाकात की।
इस अवसर पर दोनों शिक्षाविदों ने सेवानिवृत्त प्रोफेसरों एवं कुलपतियों का एक संगठन बनाने पर विचार-विमर्श किया, जिसका उद्देश्य शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाते हुए भारत को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाना होगा।
चर्चा में यह तथ्य सामने आया कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में स्किल-आधारित ज्ञान की विशेष आवश्यकता है। आज वही देश तेजी से प्रगति कर रहे हैं जिनकी जनसंख्या कौशलयुक्त है। भारत सरकार की नई शिक्षा नीति (NEP) इसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का प्रयास है और अधिकांश विश्वविद्यालय इसे अपनाने की दिशा में कार्यरत हैं।
दोनों शिक्षाविदों ने प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत आज स्किल और इनोवेशन के क्षेत्र में विश्व स्तर पर दसवें स्थान पर है। यह उपलब्धि विकसित भारत के लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण संकेत है।
मुलाकात के दौरान दोनों पूर्व कुलपतियों ने अपने अनुभव साझा किए और विश्वास जताया कि आने वाला समय भारत के लिए निश्चित ही स्वर्णिम काल लेकर आएगा।