सिरोही पावापुरी तीर्थ मे आयोजित त्रिदिवसीय दिव्यांग षिविर मे रविवार को तीसरे दिन ५४१ दिव्यागों ने भाग लेकर अपनी आवष्यकतानुसार उपकरण प्राप्त कर लाभ लिया। तीन दिन मे कुल १५२० दिव्यांग लाभान्वित हुये । आज आबुरोड व पिण्डवाडा तहसील के अलावा जालोर व सिरोही जिले के जरूरत मंद दिव्यांग भी पहुंचे ओर पंजीयन करवा कर उपकरण प्राप्त किये। दिव्यांगो को अपने गन्तव्य स्थानो पर पहुंचाने की व्यवस्था पावापुरी ट्रस्ट ने की जिससे सभी दिव्यांग आराम पूर्वक उपकरण लेकर खुषीपूर्वक घरो को लोटे। रविवार को १६ कृत्रिम पैर, १७ कैलीपर्स, १०७ ट्राईसाईकिल, ५१ व्हीलचेयर, ३३ बैषाखी व २६८ दिव्यांगो को कान की मषीन दि गई ।
तीसरे दिन समापन के अवसर पर सिरेाही की जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, जीरावल ट्रस्ट के सहकोशाध्यक्ष व मालगांव जैन संघ अघ्यक्ष पुखराज बाफना, भाजपा के सिरोही जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित एवं भेरूतारक धाम तीर्थ के संस्थापक ललित बी संघवी षिविर मे पहुचे ओर दिव्यागों से मिल कर उनसे बातचीत की । सभी ने षिविर मे बन रहे कृत्रिम पैर व हाथ पैर बनाने की विधि को देख तथा वहां पर बेठे दिव्यागों को पैर की फिटिंग का परीक्षण कर उसे पुछा कि उसे अब कसे लगर रहा है। ममता नाम की बालिका ने बताया कि उसे जन्म से दोनो पैर नही है लैकिन इस केम्प मे आज मेरे दोनो कृत्रिम पैर बनाकर लगाये उससे वो चलने लगी जिसकी मुझे बहुत खुषी है ओर अब मै अपनी पढाई भी आसानी से कर सकुगीं। जिला प्रमुख व सभी अतिथियो ने दिव्यांगो को व्हील चेयर व ट्राईसाईकिल देकर फिर श्रवण कक्ष मे चल रही जांच षिविर को देखा तथा वहां पर दिव्यांगो के कान पर मषीन फीटकर उनके श्रवण की क्षमता को परखा।
समापन हुआ आज
षिविर का समापन करते हुऐ मुख्य अतिथि जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने कहा कि जिले मे त्रिदिवसीय दिव्यांग षिविर न होकर एक मेला था जिसमे जनता व दिव्यांगो ने पुरी रूची के साथ पहुंच कर दिव्यागों की सेवा की। उन्होनें कहा कि सेवा मे जब समर्पण होता है तो सेवा का स्वरूप ही बदल जाता है ओर ऐसे आयोजन मे भाग लेने वाले, काम करने वाले ओर दानदाता तीनो के मन व चेहरे मे जो खुषी व आनन्द होता है उसको षब्दो मे व्यक्त नही किया जा सकता है।
समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुऐ भाजपा के जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित ने कहा कि दिव्यागों की सेवा एवं उनको उपकरण दिलाना बहुत ही पुण्य का कार्य है ओर पावापुरी ट्रस्ट ने यह ऐसा षिविर लगाया है जिसमे दिव्यागों के दिल मे आनन्द ही आनन्द दिख रहा है। उन्होनें कहा कि जालोर- सिरोही जिले मे पावापुरी ट्रस्ट ने दिव्यागों का जो उत्साह उमंग बढाया है उसकी जितनी अुनमोदना की जावे कम है ओर इसके लिए पावापुरी ट्रस्ट, भारत सेवा संस्थान व भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर धन्यवाद की पात्र है।
विषिश्ठ अतिथि पुखराज जे बाफना व भेरूतारक धाम तीर्थ के संस्थापक ललित बाफना ने कहा कि इस षिविर से दिव्यागों का आत्मविष्वास बढा है
सभी अतिथियो ने षिविर को सफल बनाने वाले १५५ कार्यकर्ताओं को षाल ओढाकर उनका अभिनंदन कर उन्हे सम्मान पत्र अर्पित किए। जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने भारत सेवा संस्थान के सचिव नरपतसिंह कच्छवाह उनकी धर्मपत्नि ललिता कच्छवाह, पुखराज बाफना ने भगवान महावीर विकलंाग सहायता समिति के रविराय षर्मा एवं ओडियोलोजिस्ट संजय वर्मा का साफा पहनाकर व ललित बाफना ने तिलक लगाकर उनकी सेवाओं पर उन्हे सम्मानित किया । पावापुरी ट्रस्ट की ओर से मेनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन ने षिविर मे भाग लेने वालो , षिविर मे सेवा देने वाले एवं उत्साह बढाने वाले जनप्रतिनिधियो एवं सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी ने टीम भावना से अपना सामाजिक दायित्व समझ कर कार्य किया जिससे षिविर सफल हो सका। मंच का संचालन धीरेन्द्र सिंदल ने किया ।
७३ को मिले पैर व १५ को मिले हाथ
इस त्रिदिवसीय सम्मेलन मे कुल १५२० दिव्यांगो को लाभ मिला जिसमें ७३ को कृत्रिम पैर, १५ को हाथ, ३६० को ट्राईसाईकिल, ६२ को कैलीपर्स, १५५ को व्हीलचेयर, १३४ को बैषाखी, ६२२ को कान की मषीन, ९९ दिव्यांगो को स्टीक भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर से निःषुल्क प्राप्त हुई ।